Business idea: अगर आप भी कम पूंजी में कोई ऐसा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं जिसमें जोखिम कम हो, काम आसान हो और मुनाफा कई गुना हो तो आलू चिप्स का व्यवसाय आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आलू चिप्स का क्रेज भारत के हर कोने में है, बच्चे हों या बड़े, इसका स्वाद सभी को पसंद आता है। यही वजह है कि इस व्यवसाय की मांग साल भर बनी रहती है।
इस व्यवसाय की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आप इसे गांव, कस्बे या शहर कहीं भी शुरू कर सकते हैं और इसे महज 10-15 हजार रुपये में शुरू किया जा सकता है। आइए अब एक-एक करके इस व्यवसाय से जुड़ी हर अहम जानकारी के बारे में बात करते हैं। आवश्यक सामग्री और मशीनें आलू चिप्स का व्यवसाय शुरू करने के लिए ज्यादा मशीनरी की जरूरत नहीं होती है। शुरुआत में आप इसे घरेलू स्तर पर ही कर सकते हैं। इसके लिए जिन चीजों की जरूरत होगी वो ये हैं। अच्छी क्वालिटी के आलू
चिप्स काटने की मशीन (मैनुअल या सेमी-ऑटोमैटिक)
फ्राइंग पैन और गैस स्टोव (तलने के लिए)
खाना पकाने का तेल, नमक, मसाले
पैकेजिंग पाउच
सीलिंग मशीन (छोटी)
हाथ से चलने वाली वजन मापने की मशीन
आप चाहें तो इन मशीनों को लोकल मार्केट या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Indiamart से आसानी से मंगवा सकते हैं.
आलू के चिप्स बनाने की प्रक्रिया
चिप्स बनाने की प्रक्रिया बेहद आसान और सीधी है. सबसे पहले आलू को अच्छी तरह धोकर छील लिया जाता है. इसके बाद उन्हें चिप कटिंग मशीन की मदद से पतले-पतले टुकड़ों में काट लिया जाता है. कटे हुए चिप्स को कुछ देर पानी में भिगोया जाता है ताकि उनमें से स्टार्च निकल जाए.
फिर उन्हें निकालकर सुखाया जाता है
फिर उन्हें निकालकर सुखाया जाता है और गरम तेल में क्रिस्पी होने तक तल लिया जाता है. तलने के बाद इन चिप्स पर मसाला छिड़का जाता है और फिर वजन के हिसाब से पैकेट में पैक करके सील कर दिया जाता है. आपके ब्रांडेड होममेड आलू के चिप्स तैयार हैं.
छोटे बिजनेस में मार्केटिंग
छोटे बिजनेस में मार्केटिंग की अहम भूमिका होती है. शुरुआत में आप अपने उत्पाद अपने आस-पास की किराना दुकानों, स्कूल-कॉलेज कैंटीन, स्थानीय बाज़ारों और मेलों में बेच सकते हैं। आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके भी अपने चिप्स की ब्रांडिंग कर सकते हैं।
