नई दिल्ली Increase Credit score: अगर क्रेडिट स्कोर बेकार होता है तो आपका क्रडिट कार्ड मिलना कठिन हो जाता है। इसका अर्थ ये है कि आपके पास क्रेडिट कार्ड लेने का ऑप्शन नहीं है। हम यहां पर कुछ ऐसे ऑप्शन के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आप जानें।
जानिए क्या है क्रेडिट या सिबिल स्कोर
क्रेडिट स्कोर या फिर सिबिल स्कोर, तीन अंकों की संख्या होती है। ये 300 से लेकर 900 के बीच में होता है और किसी भी शख्स की लोन लेने की योग्यता को दर्शाता है। क्रेडिट स्कोर को क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर चेक किया जाता है।
जब भी कोई लोन के लिए आवेदन करता है तो लोन देने वाले संस्थान आवेदक को लोन देने के जोखिम का मूल्यांकन करने के लिए उसके क्रेडिट स्कोर की जां करता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखना यानि कि जो 900 के करीब है, एक नए लोन या फिर क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने की मंजूरी की संभावना को बढ़ाता है।
देश में आरबीआई की तरफ से 4 क्रेडिट स्कोर दिए जाने वाली कंपनी लाइसेंस प्राप्त है। सभी चार क्रेडिट सूचना कंपनियों के पास अपना डेटाबेस होता है। इससे कि वह अपना क्रेडिट स्कोर दे सकते हैं। क्रेडिट स्कोर ज्यादा जरूरी होता है। क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने का एक और भी तरीका है जो कि काफी काम आता है।
जानें सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड की डिटेल
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड एक किस्म का क्रेडिट कार्ड होता है, जो कि जमा रकम के आधार पर जारी किया जाता है। ये उन लोगों के लिए अच्छा ऑप्शन है, जिनका क्रेडिट स्कोर बेकार होता है या फिर जिनके पास कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है। सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड आपको अपना क्रेडिट स्कोर बनाने और फाइनेंशियल डिसिप्लिन को बनाने में सहायक है।
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड ऐसा क्रेडिट कार्ड है जिसमें खाता ओपन करते समय नकदी की जरूरत होती है। जमा रकम क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता के लिए जोखिम को कम करता है। यदि कार्डधारक अपना बिल नहीं चुकाता है तो जारीकर्ता आपकी जमा रकम से पैसे ले सकता है। जमा रकम के अलावा सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड किसी भी क्रेडिट कार्ड के जैसे काम करते हैं।
वहीं सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के लिए इनकम की आवश्यकता नहीं होती है। सिक्योर्ड कार्ड के लिए आपको केवल बैंक में एफडी ओपन करना होगा। एफडी खाता जितना ज्यादा होगा, क्रेडिट कार्ड की लिमिट भी उतनी ही ज्यादा होगी।
क्या हैं क्रेडिट कार्ड के फायदे
वहीं सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के फायदों की बात करें तो ये फौरन अप्रूव हो जाता है। इसके साथ में एनुअल मेंटेनेंस चार्ज भी कम लगता है। एफडी के बदले में आपको सिक्योर रिटर्न मिलता रहेगा। वहीं क्रेडिट स्कोर को मजबूत भी कर सकते हैं। सिबिल स्कोर जनरेट भी कर सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर को सुधारने का तरीका
अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर सुधारना चाहते हैं तो इसके लिए आपको क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करनी होगी। इसके बाद समय पर बिलों का भुगतान करना है। इसके साथ क्रेडिट का इस्तेमाल कम करें। कहीं भी इस्तेमाल करें तो सुरक्षा के साथ में इस्तेमाल करें।
कहीं लोन लिया है तो उसका पता करें। खर्च करने से पहले बजट और स्कोर को बनाने के कुछ और भी तरीके हैं। ऑटो लोन से कार फाइनेंस कराना है। पारंपरिक बैंक से पर्सनल लोन लेना होगा। स्टोर क्रेडिट पर फर्नीचर या फिर इलेक्ट्रिक खरीदारी का पैसा लगाना है।