नई दिल्ली: देश में सबसे ज्यादा लोग बैंक की अपेक्षा पोस्ट ऑफिस की बात करें तो निवेश लोगों को करना ज्यादा लगता है। पोस्ट ऑफिस में बात करें तो लोगों को अधिक ब्याज का फायदा लेने का मौका मिल रहा है। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस का निवेश सुरक्षित होने के साथ गारंटीड रिटर्न का भी फायदा मिल जाता है। पोस्ट ऑफिस में सामान्य नागरिकों से लेकर सीनियर सिटीजस को लेकर हर तरह की स्कीम चलाकर लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। ऐसे में तमाम स्कीम्स ऐसी मौजूद होती है जो कई साल तक चलती रहती है। आप इनके मैच्योर होने के पहले पैसा निकालने की योजना बना रहे हैं तो आपको जुर्माने के साथ नुकसान होना शुरु हो जाएगा।
पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग स्कीम के बारे में जानें
Post Office MIS यानी Monthly Income Scheme में आपको एकमुश्त रकम 5 सालों तक देखा जाए तो जमा किया जा सकता है। इसकी मदद से निश्चित पैसा आसानी के साथ हासिल कर सकते हैं। 5 साल के बाद ही आपको ये रकम मिलने जा रही है।. लेकिन अगर आपको 5 साल के पहले जरुरत रहती है तो आपको पेनाल्टी देना जरुरी हो जाता है।
अगर आप एक साल से तीन साल के दौरान ही पैसा निकालने की योजना बना रहे हैं तो डिपॉजिट अमाउंट का 2% काटकर वापस कर दिया जाता है। वहीं अगर अकाउंट तीन साल से अधिक पुराना हो गया है लेकिन आप 5 साल से पहले पैसा निकालने की योजना बना रहे हैं तो आपको जमा रकम में से 1% काटकर डिपॉजिट अमाउंट को वापस करना भी जरुरी हो जाता है।
रिकरिंग डिपॉजिट के बारे में जानें
पोस्ट ऑफिस का रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट भी 5 सालों तक को लेकर माना जाता है। रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट के निवेशकों को 3 साल होने के बाद ही निकासी वाली सुविधा दी जा रही है। समय से पहले निकासी पर आपको केवल सेविंग अकाउंट के अनुसार ही फायदा मिलने जा रहा है।
सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम का मिलेगा फायदा
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में भी आपको 5 सालों तक निवेश करने की जरुरत होती है। खाता खोलने की तारीख को लेकर बात करें तो 5 साल के बाद जमा राशि को मैच्योर हो जाती है। लेकिन अगर आपको इसमें से पांच साल के पहले पैसा निकालना है तो तो पैसा जमा होने का फायदा मिल जाता है। इसमें 2 वर्ष पूरे होने के पहले जमा राशि की बात करें तो 1.5% और 2 वर्ष के बाद पैसा निकालने पर जमा राशि की बात करें तो 1% जुर्माने के तौर पर काटा जा रहा है।
पीपीएफ स्कीम के बारे में जानें
ये स्कीम 15 सालों को लेकर होता है लेकिन इसमें कुछ पीरियड फिक्स किया जाता है। लेकिन अगर आप 5 साल बाद कुछ शर्तों के साथ पैसा निकालने की योजना बना रहे हैं और अकाउंट बंद करते हैं। लेकिन खाता खोलने की तारीख से बंद होने की तारीख को लेकर 1 प्रतिशत ब्याज काटा जाता है।