नई दिल्ली: इटली के युवा टेनिस स्टार और दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी जैनिक सिनर ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। लेकिन कुछ ही हफ्ते बाद वह डोपिंग मामले में फंस गए. उन पर डोपिंग उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, वह दो बार डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए थे और उन्हें WADA द्वारा प्रतिबंधित पदार्थ ‘क्लोस्टेबोल’ के लिए पॉजिटिव पाया गया था. अब उन्होंने अपनी गलती मान ली है, जिसके बाद WADA ने उन पर 3 महीने का बैन लगा दिया है. पापी ने यह दण्ड स्वीकार कर लिया है.
वाडा के चैलेंज के बाद की सुलह
जैनिक सिनर पिछले साल मार्च में दो बार WADA डोप टेस्ट में फेल हो गए थे। इसके बाद उन पर 3.2 लाख डॉलर यानी करीब 2.8 करोड़ का जुर्माना लगाया गया. उन्हें कुछ समय के लिए निलंबित भी किया गया था. लेकिन इसके बाद वह इस मामले को लेकर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) पहुंचे और केस जीत गए और बरी हो गए. फिर WADA ने इस फैसले को चुनौती दी, जिसकी सुनवाई 11 फरवरी को होनी थी. लेकिन सुनवाई से पहले उन्होंने WADA से सुलह कर ली और अपनी गलती मानते हुए 3 महीने की सज़ा स्वीकार कर ली. यहाँ पापी ने बड़ी धूर्तता दिखाई। उन्होंने WADA से उस समय बात की थी जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था. अगले कुछ समय में फ्रेंच ओपन खेला जाना है.
अगर वह सुनवाई के लिए जाते तो समय बर्बाद होने के साथ-साथ उन पर 3 से 24 महीने का प्रतिबंध लग सकता था और कई टूर्नामेंट भी छूट सकते थे। लेकिन सुलह के चलते उन्हें सिर्फ 3 महीने की सजा मिली, जो 9 फरवरी से 4 मई तक जारी रहेगी. इसके बाद वो खेलने लिए योग्य हो जाएंगे और आसानी से 25 मई से शुरू होने वाले फ्रेंच ओपन में हिस्सा ले पाएंगे.
सिनर और वाडा ने क्या कहा?
3 महीने की सजा सुनाए जाने के बाद सिनर ने कहा, ‘यह मामला करीब एक साल से लंबित था और इस प्रक्रिया में अभी काफी वक्त लगेगा. शायद इसका फैसला इस साल के अंत में ही आएगा. मैं हमेशा मानता हूं कि मैं अपनी टीम के लिए जिम्मेदार हूं। मुझे एहसास है कि वाडा के सख्त नियम मेरे पसंदीदा खेल की सुरक्षा के लिए हैं। इसलिए मैंने मामले को जल्द निपटाने के लिए वाडा के 3 महीने की सजा के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया.
धोखाधड़ी का कोई इरादा नहीं
वहीं इस मामले को लेकर WADA ने कहा, ‘धोखाधड़ी का कोई इरादा नहीं था. लेकिन वह अपना प्रतिबंध पूरा करेंगे. क्योंकि वह अपनी टीम द्वारा की गई गलतियों के लिए जिम्मेदार हैं. आपको बता दें कि सिनर के मुताबिक, फिजियोथेरेपिस्ट की लापरवाही के कारण वह टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। उनका हाथ थोड़ा कट गया था, जिसके लिए मेडिकल टीम ने स्प्रे का इस्तेमाल किया. इस स्प्रे में क्लोस्टेबोल नामक पदार्थ था, जिसे WADA ने प्रतिबंधित कर दिया है.