नई दिल्ली: इस हफ्ते क्रिकेट इतिहास का एक खास मौका था जब ब्रायन लारा के 400 रन की सबसे बड़ी टेस्ट पारी के रिकॉर्ड को तोड़ा जा सकता था। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान वियान मुल्डर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 367 रन बनाए, लेकिन उन्होंने पारी 34 रन पहले ही घोषित कर दी। बाद में मुल्डर ने खुलासा किया कि उन्होंने इस फैसले से पहले लारा से बात की थी, जिन्होंने उन्हें कहा कि उन्हें रिकॉर्ड तोड़ना चाहिए था।

दक्षिण अफ्रीका के इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपने फैसले को ब्रायन लारा के सम्मान में लिया था। उन्होंने सोचा कि यह रिकॉर्ड लारा के नाम ही सुरक्षित रहना चाहिए। मुल्डर और लारा की यह बातचीत बुलावायो में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच के बाद हुई, जिसमें मुल्डर ने टेस्ट इतिहास की पांचवीं सबसे बड़ी पारी खेली।

मुल्डर ने सुपर स्पोर्ट से बातचीत में बताया, “मैंने ब्रायन लारा से थोड़ी बातचीत की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अपनी खुद की विरासत बना रहा हूं और मुझे उसके लिए आगे बढ़ना चाहिए था। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ने के लिए ही बनाए जाते हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं कि अगर मैं फिर कभी उस स्थिति में आऊं तो उनसे भी ज्यादा रन बनाऊं।”

हालांकि, मुल्डर के पारी घोषित करने के फैसले की आलोचना भी हुई। वेस्टइंडीज के मशहूर बल्लेबाज और ‘यूनिवर्स बॉस’ क्रिस गेल ने कहा कि ऐसे मौके बहुत कम आते हैं, और अगर उन्हें भी कभी ऐसा मौका मिलता तो वह लारा का रिकॉर्ड तोड़ने की पूरी कोशिश करते।

इसके बावजूद, मुल्डर अपने फैसले पर कायम हैं। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक खास पल था, जो मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। ब्रायन लारा का नजरिया दिलचस्प है, लेकिन मुझे लगता है कि मैंने सही किया। मेरे लिए खेल का सम्मान सबसे ऊपर है।” यह घटना दर्शाती है कि क्रिकेट में सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ना ही नहीं, बल्कि खेल के प्रति सम्मान और भावना भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है।