Akshaya Tritiya: भारत में सोना और अन्य कीमती सामान खरीदने के लिए सबसे शुभ त्योहारों में से एक अक्षय तृतीया इस साल 30 अप्रैल को पड़ रही है। मान्यता है कि यह दिन समृद्धि और सौभाग्य लेकर आता है। इसलिए सोने में निवेश के लिए यह दिन सबसे अच्छा माना जाता है। अगर आप भी अक्षय तृतीया पर सोने के आभूषण, सिक्के या बार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो पहले असली और नकली की पहचान कैसे करें, यह जान लें। ऐसा करके आप धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकते हैं। आइए जानते हैं सोने की खरीदारी में नकली और असली की पहचान कैसे करें।

HUID नंबर चेक करें

सोने के आभूषणों पर हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) नंबर होता है। यह छह अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड होता है, जो सोने की प्रामाणिकता की पुष्टि करता है। किसी भी ज्वैलर से सोना खरीदने पर आप BIS केयर ऐप के जरिए इस नंबर को चेक कर सकते हैं और सामान की शुद्धता, रजिस्ट्रेशन और हॉलमार्किंग सेंटर का नाम देख सकते हैं। अगर कोई ज्वैलर बिना हॉलमार्क के आभूषण बेच रहा है, तो उसे बिल्कुल न खरीदें।

असली हॉलमार्क की पहचान कैसे करें

हॉलमार्किंग में किसी उत्पाद को निर्धारित मापदंडों पर प्रमाणित किया जाता है। भारत में BIS वह संस्था है जो उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता स्तर की जांच करती है। अगर सोने और चांदी पर हॉलमार्क लगा है तो इसका मतलब है कि उसकी शुद्धता प्रमाणित है। लेकिन कई ज्वैलर्स बिना जांच प्रक्रिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगा रहे हैं। ऐसे में यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क असली है या नहीं? असली हॉलमार्क पर ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स का त्रिकोणीय निशान होता है। इस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। आभूषण के निर्माण का वर् और निर्माता का लोगो भी इसमें होता है।

कैरेट को समझें

सोने को कैरेट (K) में मापा जाता है और आम तौर पर ये निम्नलिखित होते हैं:

24K – 99.9% शुद्ध

22K – 91.6% शुद्ध

18K या 14K – कम शुद्ध

शुद्धता के हिसाब से तय होती है कीमत

अब आप हॉलमार्क मार्क और नंबर देखकर पता लगा सकते हैं कि आपके आभूषण में कितने प्रतिशत शुद्ध सोना इस्तेमाल किया गया है। इसके हिसाब से सोने की कीमत तय करें। उदाहरण के लिए, 24 कैरेट सोने का रेट 95000 रुपये है। अब अगर आप सोने के आभूषण खरीदने बाजार जाते हैं, तो मेकिंग चार्ज हटाने के बाद आपके आभूषण की वास्तविक कीमत (95000/24)x22=87083 रुपये होगी। जबकि कई बार सुनार आपको 22 कैरेट सोना सिर्फ 95000 रुपये में दे देता है। यानी आप 24 कैरेट सोने की कीमत पर 22 कैरेट सोना खरीद रहे हैं।

शुद्धता प्रमाण पत्र लेना न भूलें

सोना खरीदते समय प्रामाणिकता/शुद्धता प्रमाण पत्र लेना न भूलें। साथ ही प्रमाण पत्र में सोने की कैरेट गुणवत्ता की जांच करें। साथ ही सोने के आभूषण में लगे रत्नों के लिए अलग से प्रमाण पत्र लें।

उचित बिल लें

सिक्के या आभूषण खरीदते समय कच्ची पर्ची लेने का चलन है। लेकिन यह गलत है। कई बार रिटर्न के समय जौहरी खुद अपनी कच्ची पर्ची नहीं पहचान पाता, इसलिए उचित बिल लें। बिल में सोने का कैरेट, शुद्धता, मेकिंग चार्ज, हॉलमार्क का उल्लेख होना चाहिए।