भारत सरकार का नया UPI फ्रॉड प्रिवेंशन सिस्टम - जानें कैसे काम करता है!

Written By: Mobin

UPI से पेमेंट करते समय कई बार ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है। यह समस्या फ्रॉड के कारण होती है, जिसे रोकने के लिए सरकार ने नया सिस्टम लॉन्च किया है।

समस्या

सरकार ने संदिग्ध मोबाइल नंबर्स की पहचान कर UPI ट्रांजैक्शन ब्लॉक करने का सिस्टम शुरू किया है। यह फ्रॉड रोकने में मदद करेगा।

नया सिस्टम

जिन नंबर्स पर फ्रॉड की शिकायतें मिली हैं, बार-बार नए डिवाइस या SIM में इस्तेमाल हुए हैं, उन्हें रिस्की माना जाएगा और UPI ब्लॉक होगा।

जोखिम वाले नंबर

फ्रॉड रिस्क के आधार पर नंबर्स को मीडियम, हाई और वेरी हाई कैटेगरी में बांटा गया है। हाई रिस्क वालों पर UPI पूरी तरह बंद हो सकता है।

कैटेगरी

फेक QR कोड, फ्रॉड UPI हैंडल और OTP/UPI PIN हैकिंग के मामले बढ़ रहे हैं। यह सिस्टम यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है।

क्यों जरूरी?

अगर आपका UPI अचानक ब्लॉक हो जाए, तो बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करें। गलत KYC या संदिग्ध एक्टिविटी न होने दें।

क्या करें?

यह सिस्टम UPI को और सुरक्षित बनाएगा। फ्रॉड कम होगा और यूजर्स को सुरक्षित डिजिटल पेमेंट का अनुभव मिलेगा।

लाभ

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