बाथरूम की दिशा क्या होनी चाहिए
वास्तु के अनुसार, बाथरूम के लिए सबसे शुभ दिशा उत्तर-पश्चिम (North-West) मानी जाती है। यह दिशा जल तत्व से संबंधित होती है और यहां बाथरूम बनवाने से घर में नेगेटिव ऊर्जा कम होती है। ध्यान रखें कि बाथरूम दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे मानसिक तनाव और आर्थिक नुकसान का खतरा रहता है। अगर पहले से गलत दिशा में बना हो, तो वास्तु उपाय जैसे समुद्री नमक या दिशा-सुधार मिरर का प्रयोग करें।
बाथरूम में रंगों का संयोजन
2025 में वास्तु के अनुसार हल्के और प्राकृतिक रंग जैसे हल्का नीला, सफेद, क्रीम या हल्का हरा रंग बाथरूम में शुभ माने जाते हैं। ये रंग शांति और ताजगी का प्रतीक होते हैं और घर के सदस्यों की मानसिक स्थिति को स्थिर रखते हैं। गहरे या बहुत चटक रंग जैसे काला, गहरा लाल या ग्रे रंग बाथरूम में इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं।
अन्य वास्तु टिप्स और सजावट से जुड़ी बातें
बाथरूम में वेंटिलेशन का होना बहुत जरूरी है ताकि ताजा हवा अंदर आए और नमी बाहर निकले। एग्जॉस्ट फैन जरूर लगवाएं। बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें और दरवाजे के सामने शीशा न लगाएं। टॉयलेट सीट की दिशा दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम होनी चाहिए और इसका ढक्कन हमेशा बंद रखें।
वास्तु के अनुसार बाथरूम में क्या रखना चाहिए
बाथरूम में सुगंधित अगरबत्ती या एसेंशियल ऑयल का उपयोग करें जिससे वहां पॉजिटिव एनर्जी बनी रहे। एक छोटा सा प्लांट भी रखा जा सकता है, जैसे मनी प्लांट या बम्बू प्लांट, जो ऊर्जा को संतुलित करता है। 2025 में ट्रेंड के अनुसार अब कई लोग बाथरूम में वास्तु के अनुसार बनाई गई पेंटिंग्स और दीवार सजावट भी करवा रहे हैं। ये छोटे-छोटे बदलाव न सिर्फ सजावट बढ़ाते हैं बल्कि वास्तु संतुलन भी बनाए रखते हैं।
वॉश बेसिन दिशा
वॉश बेसिन उत्तर दिशा में होना शुभ रहता है। बाथरूम में टूटी-फूटी चीजें न रखें और समय-समय पर सफाई करते रहें।