नई दिल्ली: 14 साल के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी ने इंडिया अंडर-19 टीम के लिए इंग्लैंड अंडर-19 के खिलाफ हाल ही में खेले गए पांच मैचों की वनडे सीरीज में कमाल कर दिया है। इतनी कम उम्र में वैभव ने जिस तरह की बल्लेबाजी की, वो सच में क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ा चमत्कार है।
इस सीरीज में वैभव ने कुल 355 रन बनाए, जिसमें 30 चौके और 29 छक्के शामिल थे। यानी कुल 355 रन में से 294 रन उन्होंने सिर्फ बाउंड्री के जरिए बनाए। वैभव की ताकत और लंबी छक्के लगाने की क्षमता ने हर किसी को चौंका दिया। सवाल उठता है कि इतनी कम उम्र में उनकी ये ताकत कहां से आती है और वे अपनी फिटनेस कैसे बनाए रखते हैं?
क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शारीरिक फिटनेस सबसे जरूरी है। वैभव भी रोजाना कड़ी मेहनत करते हैं ताकि उनकी ताकत और सहनशक्ति बनी रहे। मैदान पर बड़े शॉट लगाने के लिए केवल टैलेंट काफी नहीं होता, बल्कि सही ट्रेनिंग और फिटनेस भी जरूरी है। वैभव की मेहनत और समर्पण उनकी बल्लेबाजी के साथ-साथ फील्डिंग में भी नजर आता है।
फिटनेस एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कम उम्र से ही खिलाड़ियों को अपनी ताकत बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। वैभव इसी सिद्धांत को फॉलो करते हैं और वर्कआउट के जरिए अपनी बॉडी को तैयार करते हैं। उनकी यह अनुशासित जीवनशैली और फिटनेस प्लान ही उनकी सफलता का राज़ है।
वैभव के बचपन के कोच मनोज ओझा के अनुसार, वैभव को मटन और पिज्जा बहुत पसंद थे, लेकिन अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए उन्होंने इन चीजों को छोड़ दिया। कोच ने बताया, “वैभव को मटन काफी पसंद था, लेकिन उसने अपने वजन और फिटनेस के लिए उसे त्याग दिया। वो एक बच्चा है, जो कुछ भी खा सकता था, लेकिन उसने अपनी ज़िम्मेदारी समझी।”
अब वैभव की डाइट में लीन प्रोटीन, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स और हाइड्रेशन का खास ख्याल रखा जाता है। वह चीट मील बहुत कम खाते हैं और जंक फूड तो लगभग बिलकुल ही नहीं खाते। अपने पोषण को लेकर उनका यह समर्पण ही उन्हें बड़े-बड़े मुकाबलों में टिके रहने और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है।
वैभव सूर्यवंशी सिर्फ एक टैलेंटेड खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक अनुशासित युवा हैं, जो अपनी मेहनत, फिटनेस और डाइट के जरिए अपने क्रिकेट करियर को मजबूत कर रहे हैं। उनके इस समर्पण से निश्चित ही वह भारतीय क्रिकेट की बड़ी उम्मीदों में से एक बनकर उभरेंगे










