Frozen Food Side Effects: फ्रोजन फ़ूड जिसका ट्रेंड आज कल काफी ज्यादा चल रहा है क्योंकि इस बिजी लाइफस्टाइल के चलते लोगों को लगता है कि फ्रोजन फ़ूड काफी हद तक समय बचा देगा और जो समय में वो खाना बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैँ, उसका उपयोग वो और कहीं कर लेंगे। पर बहुत ही कम लोगों को शयाद ये पता है कि फ्रोजन फ़ूड जिसे वे सेहत के लिए फायदेमंद समझ रहे हैँ, असल में ये सेहत को कई तरह के नुकसान पंहुचा सकता है।

इसके पीछे कि मुख्य वजह है कि इसमें एक हाइड्रोजेनेटेड नामक पाम ऑइल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें कि भारी मात्रा में ट्रांस फैट पाया जाता है। इतना ही नहीं फ्रोजन फ़ूड में सोडियम कि मात्रा भी जरूरत से ज्यादा होती है। अगर बॉडी में सोडियम (Sodium) कि मात्रा ज्यादा हो जाए तो ये अंदर ही अंदर से खोखली होती चली जाती है।

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बीते ही कुछ वर्षों से न केवल भारत बल्कि विश्व दुनिया के लोग ही फ्रोजन फ़ूड को खाना काफी ज्यादा पसंद करने लग गए हैँ। वहीं, इस तरह के फ़ूड इन्फेक्शन के खतरे को भी दो गुना तक अधिक बढ़ा देते हैँ। ऐसे में फ्रोजन फ़ूड से शरीर को कौन – कौन से नुकसान झेलने पड़ सकते हैँ, ये जानने कि बहुत ही ज्यादा जरूरी है।

* हो सकती है हार्ट कि बीमारी

फ्रोजन फ़ूड में ट्रांस फैट कि मात्रा जरूरत से दो गुना ज्यादा होती है। जो कि कॉलेस्टेरोल के लेवल को दो गुना तक अधिक बढ़ा सकता है। वहीं, ट्रांस फैट से बॉडी में गुड कॉलेस्टेरोल कि मात्रा भी कम हो जाती है और बैड कॉलेस्टेरोल कि मात्रा बढ़ जाती है। जिससे कि हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी आने का खतरा दो गुना तक अधिक बढ़ जाता है। वहीं, इसके ज्यादा मात्रा में सेवन से ब्लड प्रेशर हाई होने कि समस्या भी बढ़ जाती है।

• बॉडी में हो जाती है न्यूट्रीशियन कि कमी

दरअसल फ्रोजन फ़ूड लम्बे समय तक फ्रिज में रखे रहते हैँ। ऐसे में विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्वों कि कमी हो जाती है। वहीं, इन फ़ूड्स में केलोरी कि मात्रा भी बहुत ही ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आप इन फ़ूड्स को ज्यादा खाएंगे जो बॉडी को भरपूर मात्रा में न्यूट्रीशियन नहीं मिलेगा और हड्डियां भी कमजोर होती जाएंगी।

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• डायबिटीज

फ्रोजन फ़ूड में स्टार्च भारी मात्रा में इस्तेमाल होता है। इसके इस्तेमाल से खाना लम्बे समय तक फ्रेश रहता है। स्टार्च बॉडी में जाते ही शुगर में बदल जाता है। जिससे डायबिटीज कि बीमारी का खतरा दो गुना तक बढ़ जाता है।