Small Savings Schemes. देश में निवेश विकल्प बढ़ गए है, जिससे अब लोग बैंक एफडी के बजाए ऐसे योजना में निवेश करना चाहते है, जिसमें मोटा रिटर्न मिले। तो वही पिछले महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से रेपो रेट में कटौती की गई थी। इसके बाद कई बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरें कम कर दी हैं। हालांकि स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अगर आप का भी बैंक एफडी से मोहभंग हो गया है, जिससे ऐसे में स्मॉल सेविंग स्कीम्स बेहतर रिटर्न दे रही हैं। हम यहां पर ऐसी पोस्ट ऑफिस के निवेश योजना के बारे में जानकारी दे रहे है, जिसमें मोटा रिटर्न मिल रहा है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS संचालित कर रहा है, जिससे अगर आप को रिटायरमेंट पर मोटा पैसा मिला है, तो यहां पर निवेश करने पर 8.2% सालाना ब्याज मिलता है। सरकार इसमें तिमाही ब्याज का भुगतान होता है। इसमें निवेश करने की कम से कम लिमिट 1000 रुपये है। अधिकतम 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। SCSS में आयकर अधिनियम की धारा 80 C के तहत छूट भी हासिल कर सकते हैं।
मंथली इनकम स्कीम
अगर आप क पास में एकमुश्त रकम है, जिसे निवेश करना चाहते है, तो आप को बता दें कि पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम बेहतर साबित हो सकती है। क्योंकि यह स्कीम लोगों के लिए है जो हर महीने नियमित रुपये कमाई करना चाहते हैं। सरकार ने अभी इसमें 7.4% सालाना ब्याज कर दिया है। खास बात को यह है कि निवेश करने पर ब्याज की रकम हर महीने आपके अकाउंट भेज दी जाती है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट
देश में सुरक्षित निवेश स्कीम में से नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक है, जिसमें एफडी से ज्यादा 7.7 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। निवेशक यहां पर कम से कम 1,000 रुपये निवेश कर सकते हैं, हालांकि अधिकतम डिपॉजिट के लिए कोई लिमिट नहीं है। इस योजना में निवेश करने पर टैक्स में छूट का फायदा उठा सकते हैं। यहां पर आप मल्टीपल खाता खोल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना
सरकार महिलाओं,बेटियों, बुजर्गों के लिए खास स्कीम संचालित रही है, जिससे देश में माता पिता अपने बेटी को बोझ ने समझें और पहले से कुछ पैसे की सेविंग कर पाएं, जिससे पढ़ाई और शादी जैसे खर्च में काम आए को सुकन्या समृद्धि योजना संचालित हो रही है, जिसमें 8.2 फीसदी की दर ब्याज मिल रहा है। इस योजना में 10 साल से कम उम्र की बेटियों के नाम से अकाउंट खोल सकते हैं। इसमें सालाना 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक जमा कराए जा सकते हैं। इस स्कीम में मैच्योरिटी पीरियड बच्ची के 21 साल या 18 साल की उम्र के बाद उसकी शादी होने तक का है।
किसान विकास पत्र
अगर आप एफडी के मुकाबले निवेश का एक सुरक्षित विकल्प औरगारंटीड रिटर्न चाहते हैं को किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra) है, जो भारत सरकार के द्धारा संचालन किया जा रहा है। जिसमें में 7.5 फीसदी ब्याज मिल रहा है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें निवेश की गई राशि 115 महीनों यानी कि 9 साल और 7 महीने में दोगुनी हो जाती है।










