Bank Employee: मोदी 3.0 सरकार ने सत्ता संभालते ही देश के लाखों बैंक कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है। हाल ही में बैंक कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में 15.97% की बढ़ोतरी की गई है। यह खबर बैंक सेक्टर में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए खुशी लेकर आई है। इस फैसले से देशभर के आठ लाख से ज्यादा बैंक कर्मचारियों को फायदा होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

इंडियन बैंक एसोसिएशन की घोषणा

10 जून को इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) ने बैंक कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की आधिकारिक घोषणा की। आईबीए की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक बैंक कर्मचारियों को मई, जून और जुलाई 2025 के लिए 15.97% महंगाई भत्ता दिया जाएगा। आईबीए ने अपने सर्कुलर में स्पष्ट किया है कि यह बढ़ोतरी बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों दोनों पर लागू होगी, जिससे उनके वेतन में काफी बढ़ोतरी होगी।

वार्षिक वेतन वृद्धि समझौता

इस साल मार्च में इंडियन बैंक एसोसिएशन और बैंक कर्मचारी यूनियनों के बीच एक अहम समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत बैंक कर्मचारियों के वेतन में सालाना 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी पर सहमति बनी। इस समझौते से कर्मचारियों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि इससे उनकी आय में काफी वृद्धि होगी। इस वेतन वृद्धि के साथ ही अब महंगाई भत्ते में 15.97 प्रतिशत की वृद्धि ने कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति को और मजबूत किया है।

सरकारी बैंकों पर वित्तीय प्रभाव

बैंक कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में इस वृद्धि का सरकारी बैंकों पर बहुत बड़ा वित्तीय प्रभाव पड़ेगा। अनुमान के मुताबिक इस फैसले से सरकारी बैंकों पर करीब 8,284 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा। हालांकि, सरकार ने इस खर्च को मंजूरी दे दी है, क्योंकि इससे आठ लाख से अधिक बैंक कर्मचारियों को लाभ होगा और उनका मनोबल बढ़ेगा, जिससे कार्यकुशलता में सुधार होगा।

महिला कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधा

बैंकों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए एक विशेष सुविधा की घोषणा की गई है। अब उन्हें बिना किसी मेडिकल सर्टिफिकेट के हर महीने एक दिन की बीमारी की छुट्टी लेने की अनुमति होगी। यह फैसला महिला कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इससे महिला कर्मचारियों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और काम और निजी जीवन के बीच बेहतर संतुलन बनाने में मदद मिलेगी।

बैंक कर्मचारी लंबे समय से पांच दिवसीय कार्य सप्ताह की मांग कर रहे हैं। वर्तमान में, अधिकांश बैंक शनिवार को भी खुले रहते हैं, जिससे कर्मचारियों को सप्ताह में छह दिन काम करना पड़ता है। मार्च 2025 में आईबीए और बैंक कर्मचारी यूनियनों ने एक संयुक्त घोषणा में इस मांग का समर्थन किया था। इसके तहत यह प्रस्ताव रखा गया था कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारी सप्ताह में पांच दिन काम करेंगे और शनिवार-रविवार को छुट्टी मिलेगी।

सरकार की मंजूरी का इंतजार

पांच दिवसीय कार्य सप्ताह के प्रस्ताव को अभी केंद्र सरकार की मंजूरी की जरूरत है। हालांकि आईबीए और बैंक कर्मचारी यूनियनों ने प्रस्ताव को पारित कर दिया है, लेकिन इसे लागू करने के लिए सरकार की अंतिम मंजूरी मिलनी बाकी है। बैंक कर्मचारी इस घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इससे उनके कार्य-जीवन संतुलन में काफी सुधार आएगा और वे अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिता पाएंगे।