Sharad Purnima 2025 Date: देश में ऐसे कई त्योहार समय-समय पर पड़ते रहते है, जिसके अवसर पर विशेष पूजा अर्चन किया जाता है। हिन्दु धर्म में मां लक्ष्मी को दन की देवी कहा जाता है। जिससे ऐसे कई मौके पर मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। पूर्णिमा हर महीने आती है, लेकिन अश्विन महीने की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा को खास माना जाता है। क्योंकि इस शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी का जन्मोत्सव माना जाता है।
ये भी पढ़ें-आ गया नया Honda ADV 350 स्कूटर, डिजाइन और फीचर्स को देख उड़ जाएगें होश!
मान्यता है कि इसी दिन समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था। ज्योतिष अनुसार इस दिन चंद्रमा 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है। वहीं इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। आप को विशेष के लाभ के लिए इस साल शरद पूर्णिमा 2025 में कब मनाई जाएगी, इसकी तारीख, मुहूर्त जान लें, जिससे आप अच्छे से पूजा कर पाएं।

जानिए कब है शरद पूर्णिमा 2025 तारीख
शरद पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा करवाने का विशेष फल की प्राप्ति होती है। जिससे इस दिन पायस (खीर) बनाई जाती है। बता दें कि शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी। जिससे 6 अक्टूबर को ही दोपहर 12.23 से पूर्णिमा तिथि शुरू जाएगी। 7 अक्टूबर को सुबह 9.16 पर समाप्ति होगी। तो वही शरद पूर्णिमा पर चंद्रोदय समय – शाम 5.27 मिनट पर होगा।
खुल आसमान में रखें खीर
दरअसल खुले आसमान के नीचे खीर रखने की परंपरा का धार्मिक महत्व बताया गया है, जिससेकि चंद्रमा की किरणों से खीर में अमृत का संचार होता है, जिससे माना जाता है कि अधिक पौष्टिक और दिव्य भोजन बन जाता है। बताया जाता है कि प्रसाद के रूप में ग्रहण करने से स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।

ये है वैज्ञानिक महत्व
इस शरद पूर्णिमा की रात में मां लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं और जो लोग जागरण करते हैं और जिसमें भक्त लोग शामिल होते हैं, यहां पर खीर का भोग लगाते हैं, तो उन्हें मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ये भी पढ़ें-OnePlus 12 vs Vivo X100 Pro – Who is The Real King of Flagship?
शरद पूर्णिमा पर खुल आसमान में खीर रखने पर इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अच्छा माना जाता है, जिससे चंद्रमा की किरणें वातावरण में उपस्थित निगेटिंव एनर्जी को कम करती हैं, जो खीर जैसे भोजन पर पॉजिटिव एनर्जी का प्रभाव डालती हैं। चंद्रमा की किरणों का सकारात्मक प्रभाव खीर के माध्यम से शरीर और मन दोनों पर पड़ता है।










