Haryana News: मंझावली पुल के मार्च 2025 में शुरू होने की खबर हरियाणा के निवासियों के लिए वाकई उत्साहजनक है। इस पुल के माध्यम से फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच की यात्रा न केवल सुगम होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी। पुल के निर्माण से संबंधित कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं, और लोक निर्माण विभाग इसे मार्च तक चालू करने के लिए शेष कार्यों को तेजी से पूरा कर रहा है।
इस परियोजना के तहत, यमुना नदी पर 630 मीटर लंबे पुल का निर्माण किया गया है, जो मंझावली गांव को ग्रेटर नोएडा से जोड़ेगा। पुल को फरीदाबाद से जोड़ने के लिए 20 किलोमीटर लंबी सड़क और उत्तर प्रदेश की सीमा में 4 किलोमीटर लंबी सड़क का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। अब पुल को चौड़ा करने का कार्य जारी है, ताकि भारी वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से हो सके।
इस पुल के शुरू होने से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में यातायात का दबाव कम होगा। इसके अलावा, यह परियोजना आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
पुल की आधारशिला 15 अगस्त 2014 को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा रखी गई थी, और फरवरी 2018 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। हालांकि, विभिन्न कारणों से परियोजना में देरी हुई, लेकिन अब मार्च 2025 में इसके उद्घाटन की पूरी संभावना है।
इस पुल के संचालन से फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा करने वाले दैनिक यात्रियों, छात्रों और व्यापारियों को विशेष लाभ होगा, क्योंकि वे अब कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे और जाम की समस्याओं से निजात पाएंगे।
हाँ, यह परियोजना फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा को बेहद आसान बना देगी। मंझावली पुल का निर्माण 630 मीटर लंबा है और इसे 122 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है। इसे फरीदाबाद से जोड़ने के लिए 20 किलोमीटर लंबी सड़क और उत्तर प्रदेश की सीमा में 4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण भी हो चुका है।
इसके अलावा, मंझावली और चिरसी में बाईपास सड़क का काम जारी है, जिससे ट्रैफिक का दबाव और कम होगा। नोएडा के अट्टा से यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने का कार्य भी मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
PWD अधिकारियों के अनुसार, मार्च में पुल के शुरू होने के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी, जिससे दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में जाम की समस्या कम होगी।
यह पुल खासकर दैनिक यात्रियों, व्यापारियों और छात्रों के लिए फायदेमंद रहेगा, क्योंकि इससे यात्रा का समय घटेगा और लंबी दूरी आसानी से तय की जा सकेगी।