UP Board Exam: यह घटना यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल के बड़े पैमाने पर होने की ओर इशारा करती है, जहां परीक्षा केंद्र के अंदर और बाहर दोनों जगह नकल की गतिविधियां चल रही थीं। एसटीएफ द्वारा की गई छापेमारी से यह खुलासा हुआ कि सॉल्वर्स द्वारा नकल की जा रही थी, और इसमें कुछ लोगों की संलिप्तता भी सामने आई।
इस पूरे मामले में एसटीएफ ने चार सॉल्वर्स को पकड़ लिया, जिनमें दो लड़कियां शामिल थीं। इसके अलावा, केंद्र व्यवस्थापक और जनसेवा केंद्र संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि कॉलेज के प्रबंधक और अन्य आरोपी फरार हैं। इस पर गंभीरपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है और एसटीएफ अब इन सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। इस घटना से परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा और पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।
गुरुवार को इंटरमीडिएट की भौतिक विज्ञान परीक्षा के दौरान एसटीएफ की वाराणसी यूनिट को यह जानकारी मिली कि पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज, मुड़हर में सामूहिक नकल की जा रही है और यहां सॉल्वर बैठाए गए हैं। इसके बाद एसटीएफ ने गंभीरपुर थाने की पुलिस के साथ मिलकर तीन बजे के आसपास केंद्र पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान, टीम ने परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट को बंद करके पूरी तरह से छानबीन शुरू की। इस जांच में चार लोग दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़े गए। पुलिस ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया, जिससे नकल के इस बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ।
पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि केंद्र व्यवस्थापक बबिता तिवारी और जनसेवा केंद्र संचालक धर्मलेश सरोज की मिलीभगत से सामूहिक नकल कराई जा रही थी। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में एसटीएफ को यह भी सूचना मिली कि परीक्षा केंद्र के बाहर कुछ घरों में भी कॉपियां लिखी जा रही थीं। जब पुलिस ने उन घरों की ओर रुख किया, तो आरोपियों को भनक लग गई और वे फरार हो गए।
परीक्षा केंद्र के बाहर एक उत्तर पुस्तिका भी फेंकी मिली, जो नकल के बड़े पैमाने पर होने की पुष्टि करती है। एसपी हेमराज मीना के अनुसार, इस सामूहिक नकल के मामले में केंद्र व्यवस्थापक बबिता तिवारी, जनसेवा केंद्र संचालक धर्मलेश सरोज, और सॉल्वर्स राधेश्याम, नवनीत सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, प्रबंधक विजय तिवारी, संजय सरोज, राजू सरोज, विशाल राय और निलेश तिवारी फरार हैं।
पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
पंडित कामता प्रसाद इंटर कॉलेज में सामूहिक नकल के मामले में यह भी सामने आया कि परीक्षार्थियों से मोटी रकम लेकर नकल कराई जा रही थी। आरोपियों ने परीक्षार्थियों को पास कराने और बेहतर अंक दिलाने का ठेका लिया था। इस कारण ही परीक्षा केंद्र के अंदर सॉल्वर बैठाए गए थे, और केंद्र के बाहर घरों में भी कॉपियां लिखवाई जा रही थीं।
इसके अलावा, एक उत्तर पुस्तिका परीक्षा केंद्र के बाहर फेंकी हुई पाई गई, जो इस बात को साबित करती है कि नकल का यह मामला काफी व्यापक था। पुलिस ने इस मामले में अब तक केंद्र के प्रबंधक विजय तिवारी, संजय सरोज, राजू सरोज, विशाल राय और निलेश तिवारी को आरोपी के तौर पर नामित किया है, जो फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।