आपने भी देखा होगा कि कई लोग ऐसे होते हैँ जिनके मुख से कुछ ज्यादा ही दुर्गन्ध आती है और इस दुर्गन्ध को बर्दाश्त कर पना थोड़ा मुश्किल सा हो जाता है। दांतों में कीड़े लगने के पीछे वैसे तो कई सारे मुख्य कारण हो सकते हैँ। वहीं, अगर एक बार ये लग जाते हैँ तो धीरे – धीरे एक एक करके दाँत कमजोर होते जाते हैँ। इसके अलावा पायरिया भी एक समस्या होती है जो कि कीड़े लगने के कारण मसूड़ों में हो जाती हैँ। इसके होने पर मसूड़े सड़ने लग जाते हैँ साथ ही दाँत भी गलना शुरू हो जाते हैँ। ऐसे में जान लें कि क्या हैँ पायरिया के शुरूआती लक्षण और इनसे छुटकारा कैसे पाएं।
ये रहे पायरिया के शरूआती लक्षण:
• दांतों के बीच आता जाता है गैप
• मसूड़ों से लगातार खून आते रहना
• मसूड़ों में खून कि समस्या होना
• मुँह से लगातार दुर्गन्ध आना
• दांतो में लगातार दर्द होते रहना
समझ लें कि क्या होता है पायरिया?
जैसे ही मुँह में ओरल बैक्टीरिया पनपने लग जाते हैँ तो वे प्रोटीन और जो भी खाना बचा हुआ होता है वे पीली परत बना लेते हैँ, जो कि प्लाक नाम के कीटाणु से भरी होती है। जब ये प्लाक मिश्रण में कैल्शियम एकत्रित होने कि वजह से सख्त बन जाता है। अब दांतों कि एनेमल में जितनी देर तक प्लाक रहेगा उतने ही जल्दी दाँत खराब और डैमेज होते चले जाएंगे।
कैसे पा सकते हैँ छुटकारा:
प्लाक कि समस्या से निजात पाने के लिए हल्दी बहुत ही ज्यादा काम कि साबित हो सकती है। दरअसल हल्दी में विटामिन ए, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी फंगल और एंटी सेप्टिक जैसे कई सारे गुण पाए जाते हैँ। ये पायरिया कि समस्या से छुटकारा दिलाने में काफी मदद कर सकते हैँ।
हल्दी और सरसों के तेल मिला के सुबह और शाम कुल्ला करें।
इसके अलावा लौंग का तेल भी कैविटी को दूर करने में मदद कर सकता है।