Vastu Tips: वैसे तो बीमारियों का होना एक तरह से आम बात है। जैसे कि सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार ये सारी बीमारियां लगी ही रहती हैँ। लेकिन अगर बीमारियां बार बार जोर पकड़ने लगे तो ये कोई आम और अनदेखा करने वाली बात नहीं है। बीमारियों के हो जाने से नेगेटिविटी बढ़ सकती है साथ ही सकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकती है।
ऐसे में शरीर को स्वस्थ बना के रखना व्यक्ति का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। लेकिन क्या आपको पता है कि शरीर में बीमारियों के कारण व्यक्ति के ऊपर लगने वास्तु दोष भी हो सकता है।
ऐसे में जानिए कि कौन कौन सी ऐसी वजहें हैँ जिस कारण से व्यक्ति वास्तु दोष का शिकार हो सकता है:
घर कि दिशाओं का ये होता है मुख्य महत्व
दरअसल, घर कि उत्तर और उत्तर पूर्व दिशा का बंद होना और दक्षिण एवं दक्षिण दक्षिण पश्चिम दिशा का पूर्ण रूप से खुला होना ये एक तरह से गंभीर वास्तु दोष का कारण हो सकता है। अगर आपके घर में भी ऐसा है तो वास्तु दोष बढ़ सकता है और एक के बाद एक कई सारी गंभीर समस्याएं घर में हो सकती हैँ।
घर कि शेप के ऊपर पड़ता है मुख्य असर
घर का ईशान कोण यानि कि उत्तर पूर्व दिशा में अगर बाथरूम हैँ या सीढ़ियां हैँ तो समझ लें कि घर कि मुख्य महिला और साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों को मानसिक स्ट्रेस के साथ साथ सेहत से जुड़ी कई गंभीर समस्याएं तक झेलनी पड़ सकती हैँ। इसलिए घर के शेप को खासतौर पर ध्यान रखने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है।
कई सारी गंभीर सेहत से जुड़ी दिक्क़तें
अगर दक्षिण पश्चिम दिशा कि ओर घर का मुख्य द्वार है या घर जी ये जगह खुली हुई है तो सतर्कता बरतने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत है। दरअसल, ऐसा होने पर व्यक्ति को हार्ट अटैक और लकवा जैसी कई गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही हड्डियों या स्किन से जुड़ी कोई न कोई बीमारी हो जाती है।
जोड़ों और कमर का दर्द
घर कि दीवारों का रंग हमेशा साफ सुथरा होना चाहिए। घर कि दीवारों में किसी भी तरह कि गंदगी या दाग़ – धब्बे नहीं होने चाहिए, वरना वास्तु दोष लग सकता है। वहीं, पीठ, कमर, बाजू में दर्द के जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैँ।
चक्कर आना या बैचेनी महसूस होना
नींद न आने कि समस्या भी एक तरह से गंभीर समस्या है। ऐसे में ये दिक्क़त हो सकती है ज़ब पूर्व दिशा खाली न हो या इस ओर कोई भारी भरकम वस्तु रखी हो। यदि आप इस तरह कि समस्या नहीं चाहते हैँ तो घर कि पूर्व दिशा कि ओर अधिक ध्यान दें।