नई दिल्लीः बिहार की सियासत का बड़ा नाम और बाहुबली कहे जाने वाले पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर गैंगस्टर्स की तरफ से निशाना बनाकर जमकर 60 से 70 राउंड गोलीबारी की गई. लेकिन गनीमत रही कि अनंत सिंह का बाल बांका नहीं हुआ. फायरिंग मोकामा प्रखंड के जलालपुर गांव में हुई, जहां अंधाधुंध फायरिंग की आवाज सुनकर हर कोई सहम गया.
अपराध की दुनिया में सक्रिय सोनू-मोनू गैंग ने इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस को सूचना मिलते हड़कंप मच गया. घटना के बाद नौरंगा गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात कर दिया गया है, गलियां भी छावनी में तब्दील हो गई हैं. पुलिस के बड़े अधिकारी भी घटनास्थल पहुंचकर जांच में जुट गए.
घटना के बाद पुलिस अफसर पहुंचे गांव
बाहुबली नेता अनंत सिंह पर गोलीबारी की सूचना मिलते ही बाढ़ डीएसटी मौके पर पहुंच गए. पुलिस को पूछताछ में पता चला कि सोनू-मोनू गैंग ने गांव के एख परिवरा को जमकर पीटा और घर से बाहर कर ताला लगा दियाी. यह सूचना मिलते ही अनंत सिंह गैंगस्टर के घर पहुंच गए. उनको देख दोनों भाई फायरिंग करते हुए भाग खड़ा हुआ. गैंगस्टर की तरफ से की गई गोलीबारी में छोटे सरकार बाल-बाल बच गए हैं. घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया.
सोनू-मोनू गैंग की तरफ से की गई 60-70 राउंड फायरिंग
सोनू-मोनू गैंग की तरफ से अनंत सिंह के समर्थकों पर 60 से 70 राउंड फायरिंग की. शुक्र रहा कि किसी किसी तरह की जनहानि नहीं हुई. गोलीबारी के वक्त चंद कदम दूर अनंत सिंह खड़े थे. गोलीबारी की सूचना मिलते ही एएसपी राकेश कुमार पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे, वहां से अनंत सिंह को समर्थकों के साथ रवाना किया. घटना स्थल से ढेर सारे खोखे और जिंदा कारतूस भी बरामद किए ए हैं. एएसपी ने बताया कि गोलीबारी इस घटना का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के घायल होने या मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है.
कुछ दिन पहले ही जेल से निकले अनंत सिंह
जानकारी के लिए बतादें कि अनंत सिंह काफी दिनों से जेल में बंद थे. कुछ महीने पहले यानी 14 अगस्त को पटना हाईकोर्ट ने AK-47 और आवास से बुलेट प्रूफ जैकेट मिलने के मामले में उन्हें बरी कर दिया गया था.