नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (State bank of india) की ओर से कई धाकड़ स्कीम चलाई जाती रहती है, जिसका बड़े स्तर पर लाभ मिलता है. क्या आपको पता है कि एसबीआई (sbi) की तरफ से अब हर घर लखपति के नाम से रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम (rd scheme) चलाई जा रीह है. इस स्कीम के अंतर्गत हर महीना छोटी-छोटी रकम जमा कर अपने खाते में एक लाख रुपये या इससे अधिक जमा करने का काम कर सकेंगे.
इस स्कीम में सामान्य नागरिकों को मैक्सिमम 6.75 फीसदी और सीनियर सिटीजन को मैक्सिमम 7.25 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज का फायदा दिया जा रहा है. एसबीआई (sbi) की आरडी स्कीम (rd scheme) में निवेश करना चाहते हैं तो पहले आपको कुछ जरूरी बातों को समझना पड़ेगा. महत्वपूर्ण चीजों को समझकर आराम से निवेश करने का काम कर सकते हैं.
जानिए आरडी स्कीम क्या है?
एसबीआई (sbi) की रिकरिंग डिपॉजिट स्कीम (rd scheme) लोगों की मदद के लिए किसी वरदान की तरह है. लोग इस स्कीम का यूज गुल्लक के रूप में भी कर सकते हैं. इसकी वजह कि यहां आपको पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहेगा. इसमें आपको मंथली सैलरी आने पर एक निश्चित रकम डालने का काम करना पड़ेगा. इसके मैच्योर होने पर आपके हाथ में बड़ी रकम का लाभ दिया जाएगा.
इसके साथ ही हर घर लखपति का मैच्योरिटी पीरियड आमतौर पर 3 साल से 10 साल तक निर्धारित है. इसलिए आप आराम से 3 से 10 साल तक के लिए सिंपल तरह से निवेश कर सकते हैं. भारतीय नागरिक एसबीआई की इस स्कम में आराम से निवेश कर सकता है. व्यक्ति अकेले या ज्वाइंट अकाउंट भी ओपन कराने का काम कर सकता है. आपका बच्चा 10 साल के साथ हस्ताक्षर करने में सक्षम है तो योजना में अकाउंट ओपन हो जाएगा.
नहीं देना होगा कोई टैक्स
जानकारी के लिए बता दें कि रिकरिंग डिपॉजिट (rd) से होने वाली ब्याज ाय अगर 40,00 रुपये तक है तो इस पर कोई टैक्स भरना नहीं पड़ेगा. इससे ज्यादा इनकम पर 10 फीसदी टीडीएस काटा जाएगा. अगर आपकी RD से प्रति वर्ष ब्याज आय 40,000 रुपये से अधिक है, लेकिन सालाना आय (ब्याज आय मिलाकर) उस सीमा तक नहीं है, जहां उस पर टैक्स लगे तो बैंक TDS नहीं काटा जाएगा. इस योजना में आप फटाफट अकाउंट भी ओपन करवा सकते हैं.