Personal Loan: जब आम व्यक्ति को पैसे की जरूरत होती है तो वह लोन लेता है। जैसे कि लोग पर्सनल लोन लेते हैं और इसे लेकर लोगों के मन में कई गलतफहमियां रहती है, जो कि उनके लिए ठीक नहीं होती हैं। आइए आपको पर्सनल लोन से जुड़ी 6 जरूरी बातें बताते हैं।
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केवल नौकरी और हाई क्रेडिट स्कोर ही ठीक नहीं
पर्सनल लोन लेने के लिए नौकरी औरक्रेडिट स्कोर ही काफी है, यह सोचना गलत है। इसमें इनकम, बचत और क्रेडिट हिस्ट्री को भी देखा जाता है। अगर आपके डाक्यूमेंट्स सही हों तो नौकरी करने वाले या सीनियर सिटिजन पर्सनल लोन ले सकते हैं।

सिर्फ जरूरत पड़ने पर पर्सनल लोन काफी नहीं
अधिकतर लोग पर्सनल लोन को सिर्फ ज्यादा जरूरत पड़ने पर ही लेते हैं। पर ऐसा नहीं होना चाहिए। आज के समय लोन को पढ़ाई, घर के रिपेयर के लिए या छुट्टियां और किसी पुराने लोन को चुकाने के लिए किया जाता है।
पर्सनल लोन को लेकर गिरवीं रखने की जरूरत नहीं
पर्सनल लोन लेने के लिए किसी तरह की प्रॉपर्टी या सोने को गिरवीं रखने की जरूरत नहीं है। बैंक क तरफ से इनकम, करह का बोझ और क्रेडिट स्कोर को देखकर ही लोन अप्रूव किया जाता है।
ब्याज की दर हर बार ज्यादा नहीं होती
पर्सनल लोन की ब्याज दर होने लोन या ऑटो लोन से कुछ ज्यादा होती है। पर क्रेडिट कार्ड की तुलना में काफी कम रहती है। जैसे क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर 36 से 45 फीसदी तक देनी पड़ सकती है। वहीं पर्सनल लोन की ब्याज दर 9.50 फीसदी तक हो सकती है।
लोन का प्रोसेस ज्यादा कठिन नहीं
पर्सनल लोन को पहले लेना काफी कठिन होता था। पर अब डिजिटल तकनीक की वजह से पर्सनल लोन काफी आसान होता है। आजकल कई बैंक और फिनटेक कंपनियां पेपरलेस प्रोसेस में इंस्टेंट अप्रूवल मिलता है और आमतौर पर उसी दिन डिस्बर्समेंट मिलता है।

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हर बार लोन लेने से क्रेडिट स्कोर नहीं गिरता
लोगों का सोचना होता है कि लोन लेने से क्रेडिट स्कोर गिर जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल अगर समय पर लोन को चुकाते हैं तो क्रेडिट स्कोर में सुधार होता है। हालांकि शुरू में क्रेडिट स्कोर गिर सकता है, लेकिन समय पर भुगतान करते हैं तो क्रेडिट स्कोर मजबूत होता है।










