छोले भिगोना है ज़रूरी!
आपने सुना होगा कि छोले को रात भर भिगोना चाहिए, और यह बात बिल्कुल सच है। कम से कम 6-7 घंटे भिगोने से छोले नरम हो जाते हैं और पकने में कम समय लगता है। अगर आप मेरी तरह भूलक्कड़ हैं, तो चिंता मत कीजिए। आप छोले को गरम पानी में 2-3 घंटे के लिए भिगोकर भी काम चला सकते हैं।
रंग और स्वाद का सीक्रेट!
छोले को उबालते समय, एक पोटली में सूखी चाय पत्ती और सूखे आँवले डालकर मिलाएँ। इससे छोले का रंग गहरा और सुंदर हो जाएगा, और स्वाद भी एक दम ढाबे जैसा आएगा। यह टिप बहुत ही काम की है, इसे बिल्कुल भी मिस न करें!
लोहे की कढ़ाई का कमाल!
ढाबे में आपने देखा होगा कि छोले हमेशा लोहे की कढ़ाई में बनाए जाते हैं। अगर आपके पास लोहे की कढ़ाई है, तो उसका इस्तेमाल ज़रूर करें। इससे छोले का रंग और भी गहरा हो जाएगा और एक अलग ही स्वाद आएगा।
अनारदाना का ट्विस्ट!
अमृतसरी पिंडी छोले का सबसे बड़ा सीक्रेट है सूखा अनारदाना! अनारदाने का पाउडर छोले में डालने से एक खट्टा-मीठा स्वाद आता है, जो इसे और भी मज़ेदार बना देता है। साथ ही, यह पाचन में भी मदद करता है। तो, अगली बार छोले बनाते समय अनारदाना पाउडर डालना ना भूलें।
घर पर बनाएँ अपना मसाला!
बाजार के मसालों को छोड़िए और अपना खुद का मसाला बनाइए! इसके लिए, साबुत धनिया, जीरा, सूखी लाल मिर्च, और काली मिर्च को धीमी आँच पर भून लें। ठंडा होने पर, इसे पीस लें। इस मसाले की खुशबू और स्वाद आपके छोले को लाजवाब बना देगा।
इन 5 टिप्स को आज़माकर देखिए, आपके छोले बिल्कुल ढाबे जैसे बनेंगे। तो, आप अगली बार कौन सी टिप सबसे पहले आज़माने वाले हैं?





