सरकार की तरफ से स्मॉल सेविंग स्कीम्स यानी छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दर की समीक्षा की जानी है। बता दें कि ब्याज दरों की समीक्षा 30 जून को की जानी है। यानी 2 जून के बाद स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बदलाव होने की उम्मीद है। इन स्मॉल सेविंग स्कीम में पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), सुकन्‍या समृद्ध‍ि योजना (SSY) और एनएससी (NSC) के साथ कई स्कीम्स शामिल हैं। ये ब्याज दरें जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए लागू होंगी।

वैसे अभी तो स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पर जल्द ही ब्याज दरों में बदलाव होने की संभावना दिख रही है। अभी हाल ही में देश की राष्ट्रीय बैंक आरबीआई (RBI) ने रेपो रेट में करीब 1 फीसदी की कटौती की थी। इसके बाद कई बैंकों ने अपनी एफडी (FD) की ब्याज दरों में कटौती की थी। इसका असर स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर भी देखने को मिल सकता है।

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हर तीन महीने में होती ब्याज दरों की समीक्षा

सरकार की तरफ से ब्याज दरों की समीक्षा हर तीन महीने में की जाती है। फिर इसके बाद नई ब्याज दरों को लागू किया जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि ब्याज दरों में कटौती होने की उम्मीद है। हालांकि सरकार उतनी कटौती नहीं करेगी, क्योंकि इन स्कीम्स का फायदा सीनियर सिटीजन और मध्यम वर्ग के लोगों को मिलता है।

कितनी की जा सकती है ब्याज दरों में कटौती

स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों का निर्धारण ऐसे ही नहीं किया जाता है। सरकार देश की लिक्विडिटी स्थिति और महंगाई को ध्यान में रखकर ब्याज दरों को निर्धारित करती है। हालांकि माना जा रहा है कि ब्याज दरों में 25 से 50 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती की जा सकती है। अब देखना होगा कि सरकार इन ब्याज दरों में कितनी कटौती करती है। इस समय PPF 7.1 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है।

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निवेशक के लिए राय

एक्सपर्ट का कहना है कि अगर निवेशक PPF, NSC, SCSS, TD या किसान विकास पत्र जैसी योजनाओं में निवेश करने के बारे में सोच रहा है तो उसे 30 जून 2025 से पहले निवेश कर लेना चाहिए, क्योंकि अभी मौजूदा दर के हिसाब से ब्याज मिलेगा। अगर ब्याज दर बदल भी जाती है तो आपके ऊपर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि इन स्कीम्स में ब्याज दर एक बार फिक्स कर दी जाती तो उसके बाद मैच्योरिटी तक उसी के हिसाब से ब्याज मिलता है। हालांकि अगर PPF और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) योजनाओं में निवेश करते हैं तो असर पड़ेगा। इन स्कीम्स में ब्याज दर हर तिमाही में बदली जाती हैं।