SIP investment: अगर आप हर महीने सिर्फ 10,000 रुपये निवेश करते हैं और 15-20 साल तक धैर्य रखते हैं तो आप भी करोड़पति बन सकते हैं। जी हां, म्यूचुअल फंड की कुछ टैक्स सेविंग स्कीम ने ऐसा कर दिखाया है। खास बात यह है कि ये स्कीम न सिर्फ आपको अच्छा रिटर्न देती हैं बल्कि टैक्स बचाने में भी मदद करती हैं। आइए जानते हैं उन दो बेहतरीन ELSS म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में जिन्होंने निवेशकों को करोड़पति बनाया।
क्या है ELSS म्यूचुअल फंड?
ELSS यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम म्यूचुअल फंड की इक्विटी कैटेगरी में आती है। इसमें निवेश करने पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है। एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स कटौती का लाभ उठाया जा सकता है। साथ ही, ELSS स्कीम में सिर्फ 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है जो दूसरी टैक्स सेविंग स्कीम के मुकाबले सबसे कम है।
आप SIP से कैसे करोड़पति बन सकते हैं?
अगर आप हर महीने 10,000 रुपये की एसआईपी शुरू करते हैं तो एक साल में आपका कुल निवेश 1,20,000 रुपये हो जाएगा। इस निवेश पर आपको टैक्स छूट भी मिलेगी और लंबी अवधि में आपका फंड बड़ा हो सकता है। उदाहरण के लिए, कुछ स्कीमों ने 18-19 साल में निवेशकों को करोड़पति बना दिया है। हालांकि, ध्यान रखें कि यह लाभ पुरानी टैक्स व्यवस्था के तहत ही मिलेगा। नई टैक्स व्यवस्था में ईएलएसएस निवेश पर डिडक्शन नहीं मिलता है।
कोटक टैक्स सेवर फंड: 19 साल में बना करोड़पति
कोटक टैक्स सेवर फंड की शुरुआत 23 नवंबर 2005 को हुई थी। अगर आपने उस समय से हर महीने 10,000 रुपये की एसआईपी की होती तो अक्टूबर 2024 तक आपका कुल निवेश 22.8 लाख रुपये होता। लेकिन यह स्कीम आपके निवेश को बढ़ाकर 1.10 करोड़ रुपये कर देती। यानी सिर्फ अनुशासन और धैर्य से करोड़पति बनना संभव हो गया है।
कांत टैक्स सेवर फंड: 18 साल में 17% का शानदार रिटर्न
कांत टैक्स सेवर ग्रोथ फंड भी ELSS कैटेगरी में एक बेहतरीन स्कीम है। इसे अप्रैल 2000 में लॉन्च किया गया था। पिछले 10 सालों में इस स्कीम ने करीब 19.49% का सालाना रिटर्न दिया है और पिछले 18 सालों में इसका औसत सालाना रिटर्न 17.56% रहा है। अगर आपने इसमें हर महीने 10,000 रुपये की SIP भी की होती तो 18 सालों में आपका फंड 1.29 करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाता।
ELSS स्कीम क्यों चुनें?
सिर्फ 3 साल का लॉक-इन पीरियड
टैक्स छूट का फायदा (पुरानी टैक्स व्यवस्था में)
लंबी अवधि में इक्विटी का दमदार रिटर्न
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट (SIP) के जरिए बड़ी पूंजी बनाने का मौका
जोखिम कम करने के लिए लंबी अवधि जरूरी
कृपया ध्यान दें कि ELSS स्कीम में निवेश शेयर बाजार के जोखिमों से भी जुड़ा है। इसलिए निवेश करने से पहले अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश अवधि का आकलन जरूर कर लें। और हां, ELSS से टैक्स छूट का लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप पुरानी टैक्स व्यवस्था चुनेंगे।










