खाद्य तेल की कीमतें गिरीं - उपभोक्ताओं को बड़ी राहत!

Written By: Danish

सरकार ने कच्चे खाद्य तेलों पर आयात शुल्क 10% कम किया, जो 31 मई से प्रभावी होगा। पाम, सोया और सूरजमुखी तेलों में बड़ी गिरावट की उम्मीद।

घोषणा

भारत का 70% खाद्य तेल आयात होता है, यह कटौती खुदरा कीमतों को काफी कम करेगी, जिससे घरेलू बजट को राहत मिलेगी।

प्रभाव

आयात शुल्क 27.5% से घटाकर 16.5% किया गया: • कच्चा पाम तेल • कच्चा सोया तेल • कच्चा सूरजमुखी तेल

शुल्क कटौती

भारत पाम तेल इंडोनेशिया/मलेशिया से, सोया तेल अर्जेंटीना/ब्राज़ील से और सूरजमुखी तेल रूस/यूक्रेन से आयात करता है - यह बदलाव सभी को प्रभावित करेगा।

आयात स्रोत

कम कीमतों से मांग बढ़ेगी, जिससे इन तेलों का आयात बढ़ेगा और घरेलू बाजार में आपूर्ति संतुलित रहेगी।

बाजार प्रभाव

सितंबर 2024 में कच्चे तेलों पर शुल्क 27.5% और रिफाइंड तेलों पर 35.75% किया गया था - अब इसमें भारी कटौती।

नीति परिवर्तन

जीडीपी डेटा में मुद्रास्फीति की चिंताओं के बीच यह रणनीतिक कटौती हर भारतीय परिवार के मासिक खर्च को सीधे लाभ पहुंचाएगी।

उपभोक्ता लाभ

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