राहुल गांधी की एक बार फिर जुबान फिसल गई। उन्होंने चाय पर एक ऐसी टिप्पणी की जिसपर सवाल उठे।
राहुल गांधी ने कहा कि चाय बनाने के लिए कोयले का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बयान उनकी पर्यावरण के प्रति रुख के विपरीत है।
राहुल के इस बयान पर कई लोगों ने आलोचना की है। कुछ लोगों का कहना है कि यह उनकी जानकारी की कमी दिखाता है।
राहुल के इस बयान से लोग हैरान भी हैं। वे पर्यावरण की बात करने वाले नेता हैं तो फिर कोयले की सलाह क्यों दे रहे हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि राहुल को अपनी इस गलती के लिए माफ़ी मांग लेनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
कई लोगों का मानना है कि राहुल का यह बयान राजनीति से प्रेरित था, पर्यावरण से नहीं।