Cricket Match: भारतीयों के नस नस में क्रिकेट दौड़ता है इसीलिए हम कहीं पर भी क्रिकेट खेल सकते हैं। हम लोगों में यह टैलेंट है कि हम एक रूम के साथ-साथ बड़े मैदान में भी बल्ला घुमाने की काबिलियत रखते हैं। इसी एक तरीके में से एक गली क्रिकेट है जहां हम छोटे से स्थान पर अपने कुछ नियमों के साथ बॉल और बैट से जादू बिखेरते है।

लेकिन इसी क्रिकेट में अगर किसी कॉमेंट्री आ जाए तो वह इस में चार चांद लगा देते हैं। आज का एक वायरल वीडियो क्रिकेट कमेंट्री पर ही है। लेकिन इस कमेंट्री की खास बात यह है कि इसे संस्कृत भाषा में किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यूजर इस मजेदार वीडियो को शेयर किया है।

यह भी पढ़ें:-शख्स खोद रहा था गड्डा, अचानक उसे मिला कुछ ऐसा कि चमक गई किस्मत!

वीडियो में कुछ लड़के क्रिकेट खेलते हुए एक दूसरे से संस्कृत में बात कर रहे हैं। एक लड़का जो की वीडियो बना रहा है वह शुरुआत में ही संस्कृत में पूरे खेल का ब्यौरा दे रहा है। यह सुनने में जहां काफी सुंदर लग रहा है वहीं यह काफी हटकर भी है। ट्विटर यूजर लक्ष्मीनारायण बीएस द्वारा शेयर किया गया इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है ‘संस्कृत क्रिकेट’।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को काफी तेजी से शेयर किया जा रहा है। वही अभी के समय में यह ट्विटर पर वायरल है। कमेंटेटर की धारा प्रवाह संस्कृत सुनकर लोग उसकी खूब तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि संस्कृत विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में गिनी जाती है।

संस्कृत को देववाणी भी कहा जाता है। कहते हैं ब्रह्मा ने जब प्रमुख चारों वेदों की रचना की थी तो उसे संस्कृत में ही लिखा था। संस्कृत का कोई आदि समय नहीं जानता लेकिन आज के समय में उसे बोलने वाले की संख्या काफी घट गई है।

बता दें कि 2011 की जनगणना में भारतीय आबादी का सिर्फ 0.002% लोग ही संस्कृत बोलते हैं। वहीं भारत में केवल 24,821 लोगों की मातृभाषा संस्कृत बची है। वैसे इस आंकड़े में बढ़ोतरी ही हुई है। अगर आप 2001 के जनगणना को देखें तो उस समय देश के कुल 14,135 लोगों की की संस्कृत बोलते थे।

लेकिन धीरे-धीरे अभी से बोलने वालों की संख्या बढ़ रही है। इस जानकारी को एक आरटीआई आवेदन के जरिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त से हासिल की गई है।

 

यह खबरें भी पढ़ें

राजनीतिक विज्ञान से स्नातक कर कंटेंट राइटिंग किया है। महीनों तक फ्रीलांस करने...

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *