नई दिवालीः हिंदुओ का सबसे पवित्र धर्म रामायण को माना जाता है, जिसके प्रति करोड़ों लोगों की आस्था है। रामायण में आपने टीवी सीरियल पर सब देखा कि राम ने रावण को कैसे मारकर असत्य पर सत्य की दर्ज की थी। रामायण हमें अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करती है, लेकिन वर्तमान में रावणों की कमी नहीं। भारत में लोगों को जागरूक करने के लिए कई व्यास रामायण का मंच कर विस्तार से पात्रों के बारे में बताते हैं, जिसका बदलते जमाने में कुछ असर भी देखने को मिलता है। रामायण का जब जिक्र होता है तो सबसे पहले राम और रावण का जिक्र होता है।
इसके बाद अगर किसी का जिक्र हुआ तो वह राम के परिजनों का होता है। रामानंद सागर द्वारा टीवी सीरियल पर दिखाई गई रामायण में राम के तीन भाई थे, जिसमें लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जिक्र किया गया है। क्या आपको राम की बहन के बारे में जानकारी है, अगर नहीं तो फिर यह खबर आपको पूरी पढ़नी होगी। आज हम आपको भगवान राम की बहन के बारे में बताने जा रहे हैं।
दक्षिण भारत की रामाण के मुताबिक राम की बहन का नाम शांता था। माना जाता है कि शांता ने कौशल्या की कोख से जन्म लिया था, जिसके बाद ये भगवान राम की बड़ी बहन कहलाईं। शांता बचपन से ही वेद तथा शिल्पकला में बहुत रुचि रखती थीं। राजा दशरथ ने शांता को अंगदेश के राजा रोमपद को गोद दे दिया था।
इसे भी पढ़ेंः जानिए कब लगेगा सूर्य ग्रहण, इन शहरों में दिखने का समय क्या होगा
- महाराज दशरथ ने शांता को इसलिए दिया गोद
ऐसे में आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि राजा दशरत ने शांता को क्यो गोद दे दिया था, तो यह आपको जान लेना जरूरूी है। एक बार राजा रोमपद तथा उनकी पत्नी वर्षिणी अयोध्या में महाराज दशरथ से मिलने के लिए घर आये थे। राजा रोमपद तथा वर्षिणी के कोई संतान पैदा नहीं हुई थी। इसलिए उन्होंने शांता को गोद लेने की इच्छा दशरथ से प्रकट की। यह सब देख दशरथ ने शांता को गोद दे दिया। इसकी दो वजह थी, इसमें शांता भले ही लड़की थी, लेकिन वे उस समय अकेली थी और रघुकुल का शासन नहीं संभाल सकती थीं। दूसरी वजह थी कि कौशल्या अपनी बहन को खाली हाथ लौटाना नहीं चाहती थी। इसलिए शांता बचपन से ही अंगदेश चली गई थीं।