Ravichandran Ashwin: भारतीय टीम के ‘संकटमोचक’ है आर अश्विन, बल्ला हो या बॉल

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Timesbull

नई दिल्ली: भारत के लिए गेंद से तो शानदार प्रदर्शन करते ही रहे हैं, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने अपनी बैटिंग से भी टीम को कई मौकों पर जीत दिलाई है। बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में हो रहे श्रृंखला का दूसरा टेस्ट मैच में अश्विन ने अपनी अविश्वसनीय बल्लेबाजी से हारी हुई मैच को जीत में तब्दील कर दिया। 5 शतक लगा चुके हैं, अश्विन अब तक टेस्ट क्रिकेट में।


भारतीय टीम ने बांग्लादेश को मीरपुर में हुए टेस्ट श्रृंखला के दूसरे और अंतिम मैच में 3 विकेट से हरा दिया है। इस मैच को जीतने के साथ ही उन्होंने दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला में बांग्लादेश को 2 -0 से क्लीन स्वीप कर दिया है। हालांकि भारतीय टीम एक समय इस मुकाबले को हारने वाली थी टीम ने महज 74 रन पर ही 7 विकेट अपने गवा दिए थे. ऐसे में आठवें विकेट के लिए रविचंद्रन अश्विन और श्रेयस अय्यर ने नाबाद 71 रनों की शानदार पार्टनरशिप करके भारतीय टीम को जीत दिला दी।

अश्विन बल्ले से कमाल करने में माहिर हैं 

रविचंद्रन अश्विन ने 66 गेंदों पर नाबाद 42 रन बनाएं। इस पारी में उन्होंने 4 चौके और 1 छक्के भी लगाए। वही श्रेयस अय्यर ने भी 40 गेंदों का सामना करते हुए 29 रन टीम के लिए बनाएं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि रविचंद्रन अश्विन ने अपने बल्ले से कमाल करके दिखाया है। अब तक अश्विन ने अपने करियर में भारत के लिए कई मौकों पर बल्लेबाजी से धमाल मचा चुके हैं। अश्विन की बल्लेबाजी दबाव वाली परिस्थितियों में बहुत निखर कर सामने आती है, यही वजह है कि वह भारतीय टीम के लिए संकटमोचक बन जाते हैं।

विनिंग रन बनाए थे पाकिस्तान के खिलाफ

ऑस्ट्रेलिया में हो रहे इस साल T20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी गेंद पर भारत को मुकाबला जीतने के लिए 2 रनों की जरूरत थी। इस दबाव वाले परिस्थिति में आर अश्विन स्ट्राइक पर थे. कोई भी बल्लेबाज इस परिस्थिति में शॉट लगाने के लिए जरूर जाएगा लेकिन अश्विन ने अपना दिमाग लगाते हुए गेंद को जाने दिया और वह गेंद आखिर में वाइड हो गई, फिर भारत को एक गेंद में 1 रन बनाने थे, जिस पर अश्विन दने शानदार सिंगल दौड़ कर टीम को यादगार जीत दिलाई।

यादगार पारी खेली थी सिडनी टेस्ट में

भारतीय टीम का आखरी ऑस्ट्रेलिया दौरे में सिडनी टेस्ट मैच को कोई कैसे भूल सकता है. उस टेस्ट मैच के आखिरी दिन हनुमा विहारी और आर अश्विन ने 259 गेंदों में 62 रनों की अटूट साझेदारी कर टीम इंडिया की हार होने से बचाया था। 128 गेंदों पर नाबाद 39 रन अश्विन ने बनाए थे। उस मैच में पीठ दर्द से काफी परेशान थे अश्विन। यह मैच भारतीय टीम के लिए किसी जीत से कम नहीं था। इसके बाद भारत ने कंगारू टीम को गावा टेस्ट मैच में हराकर श्रृंखला पर कब्जा कर लिया था।

36 साल के रविचंद्रन अश्विन वर्ल्ड क्रिकेट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक है, वही बल्लेबाजी में भी वह किसी से कम नहीं है। अश्विन से अधिक विकेट लेने वाले 8 गेंदबाजों में टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी का भी बैटिंग औसत अश्विन के जैसा नहीं है। 2 शतक लगाए इन 8 खिलाड़ियों ने मिलकर (ब्रॉड और कुंबले ने1-1 शतक) वहीं पांच शतक है अश्विन के नाम।

2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अश्विन ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था। अश्विन ने तब से लेकर अब तक 88 टेस्ट मैचों में 27.41 की औसत से 3043 रन अपने नाम किए हैं। 5 शतक और 13 अर्धशतक इस दौरान उनके बल्ले से निकले। वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 और इंग्लैंड के खिलाफ एक शतक अश्विन ने लगाया है।

टेस्ट शतक अश्विन के

103 रन बनाम वेस्टइंडीज, मुंबई 2011

124 रन बनाम वेस्टइंडीज, कोलकाता 2013

113 रन बनाम वेस्टइंडीज, नॉर्थ साउंड, 2016

118 रन बनाम वेस्टइंडीज, सेंट लूसिया, 2016

106 रन बनाम इंग्लैंड, चेन्नई 2021

अब तक रविचंद्रन अश्विन ने 88 टेस्ट मैच में 44.30 की औसत से 449 विकेट अपने नाम किए हैं। 151 विकेट वही वनडे इंटरनेशनल मैच में उनके नाम है, उसके अलावा 707 रन भी है। अगर T20 इंटरनेशनल में अश्विन की बात करें तो 72 विकेट के साथ 184 रन दर्ज हैं उनके नाम।

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