नई दिल्लीः उत्तर भारत के तमाम इलाकों में कड़ाके की सर्दी ने लोगों की जिंदगी की रफ्तार धीमी कर दी है। पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी होने से मैदानों में तापमान नीचे गिरता जा रहा है, जिससे सर्दी के सितम का स्तर बढ़ रहा है। सुहब कई हिस्सों में घना कोहरी रहा, जिससे यातायात बाधित हुआ।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को अब प्रदूषण के कहर से राहत मिलती दिख रही है। दूसरी ओर दक्षिणी भारत में तो बारिश लोगों की शामत बनी हुई है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने देश के तमाम इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।
- इन राज्यों का जानें मौसम का हाल
आईएमडी के मुताबिक, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और आसपास के जिलों में सोमवार और मंगलवार को गरज चमक के साथ भारी बारिस होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के एक बुलेटिन में यहां कहा गया है कि कम दबाव के अपनी तीव्रता बनाए रखने और अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर तमिलनाडु-पुदुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश तटरेखा की ओर धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ सकता है, जिससे बारिश देखने को मिल सकती है।
- यहां होगी भारी बारिश
आईएमडी के मुताबिक, देश के कई इलाकों में बिजली की चमक और बादलों की गरज के साथ बारिश शुरू होने की उम्मीद है। 21 नवंबर को, तमिलनाडु के विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, चेन्नई, तिरुवल्लुर, रानीपेट जिलों और पुडुचेरी में अलग-अलग स्थानों पर मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
अगले दिन यानि 22 नवंबर को तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, रानीपेट और वेल्लोर जिलों में तेज बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक, तमिलनाडु-पांडिचेरी तट के साथ-साथ बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है। इतना ही नहीं मछुआरों बंगाल की खाड़ी किनारे ना जाने की सलाह दी गई है।