नई दिल्ली। भारत में डायबिटीज के केसेस काफी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन डायबिटीज में सबसे ज्यादा खतरनाक मानी गई है प्रीडायबिटीज स्टेज किसी इंसान के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकती है। इसमें पैरों में बहुत पसीना आता है चक्कर आना या सुन होना जैसे लक्षण प्रीडायबिटीज के होते हैं। अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो शरीर में डायबिटीज के खतरे से छुटकारा पाया जा सकता है।
डायबिटीज के पहले दिखने जाने वाले लक्षण प्रीडायबिटीज के शुरुआती लक्षण में आपको बहुत पसीना आ सकता है, चक्कर आ सकता है. डायबिटीज के दौरान शरीर के अंदर का तापमान सही रहना बहुत मुश्किल होता है। डायबिटीज होने पर शरीर के तापमान को बनाए रखने की प्राकृतिक क्षमता खत्म हो जाती है इसलिए डायबिटीज के कारण शरीर में बहुत पसीना आता है और पसीने की कमी भी हो सकती है।
क्या है प्रीडायबिटीज
जब ब्लड में ग्लूकोस का लेवल सामान्य से ज्यादा होता है लेकिन डायबिटीज की सीमा तक नहीं पहुंचता है इसे प्रीडायबिटीज कहा जाता है। प्रीडायबिटीज के चलते शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं जो सामान्य है इसी है इसलिए लोगों को डायबिटीज के लक्षण के बारे में जल्दी पता नहीं चलता है। प्रीडायबिटीज बहुत कारणों से होता है जैसे खराब लाइफस्टाइल, मोटापा।
प्रीडायबिटीज के चलते हाई ब्लड प्रेशर, चक्कर आना, उल्टी, पसीना, पैरों का सुन होना जैसे समस्या देखी गई है। प्रीडायबिटीज होने पर वजन को कंट्रोल रखना चाहिए। ज्यादा वजन इसके लिए खतरनाक साबित हो सकता हैय़
कैसे कम कर सकते हैं प्रीडायबिटीज के लक्षण
अगर पुरुष की कमर की साइज 40 से ज्यादा और महिला की कमर की साइज 35 से ज्यादा है तो यह लक्षण भी प्रीडायबिटीज के हो सकते हैंय़ इसलिए प्री डायबिटीज के लक्षण को कम करने के लिए आपको 30 मिनट वॉक करना चाहिए। वॉक करने से बैली फैट कम होता है साथ ही वजन भी घटता है। high-fiber डाइट का सेवन करना चाहिए इसमें आप हरे पत्तेदार सब्जी का सेवन कर सकते हैं। इससे शुगर लेवल कंट्रोल रहता है डायबिटीज के डाइट में गाजर, पत्ता गोभी, को शामिल कर सकते हैं।