नई दिल्लीः देश में अगर किसी महिला शासक की जब बात की जाती है तो सबसे पहले रजिया सुल्तान का नाम लिया जाता है, जिनके इतिहास की कहानी बहुत ही चौंकाने वाली हैं। रजिया सुल्तान भारत की पहली ऐसी महिला थी, जिसने राजा बनी मुस्लिम रुढ़ी वादी परंपरा को खत्म किया, बल्कि जनमानस की सेवा की। महिला शासक ने युद्ध जीतकर राजा की बागडोर संभाली, जो दुनिया के लिए मिसाल बनी। उनके कुछ कहानी ऐसी हैं, जो आज तक आम लोगों को नहीं पता है, लेकिन अगर आप हमारा पूरा आर्टिकल पढ़ंगे तो सबकुछ पता चल जाएगा, क्योंकि इसमें बहुत कुछ बयां किया गया है।
रजिया सुल्तान बनने के लिए उनकी सुंदरता या वेशभूषा नहीं, वह एक होनहार योद्धा भी थी, जिनके अच्छे-अच्छे राज डरते थे। महिला होने के बाद भी वह रणभूमि में बड़े-बड़े राजाओं को परास्त कर देती थी। वे एक कुशल योद्धा ही नहीं बल्कि प्रेमी भी थी, जब वह अपने ही एक नौकर के प्यार में पागल हो गई थी। प्यार ऐसा कि बहुत परवान चढ़ गया, जिसके बाद हर कोई हैरान रह गया था।
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- रजिया सुल्तान का जन्म कहां हुआ था
आपको रजिया सुल्तान की प्रेम कहानी पढ़ने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि रजिया किस राज्य की राजा थी और उनका जन्म कब और कहा हुआ था। रजिया का जन्म दिल्ली सल्तनत के मशहूर शासक एवं इतिहास के प्रसिद्ध सुल्तान शमसुद्दी इल्तुतमिश के घर में1236 ई, में हुआ था। रजिया को इतिहास में रजिया अल-दीन और शादी नाम जलालत उद-दिन रजिया से भी पहचाना जाता है।रजिया अपने तीन में अकेली बहन थी, जो सबकी चहेती भी थी।
अच्छी जानकार और समझदार होने के बाद रजिया के पिता ने युद्ध की शिक्षा दिलाई थी। वैसे उनका बचपन का नाम हफ्सा मोइन था, लेकिन परिवार के लोग उसे प्यार में रजिया कहते थे। उनमें एक अच्छा शासक बनने के भी अच्छे गुण थे, जिन्होंने समय-समय पर दूसरे राजाओं से युद्ध किया और परास्त भी कर दिया।
- रजिया के कई बेहतरीन कार्य
रजिया ने दिल्ली की गद्दी पर बैठने के बाद कई ऐसे कार्य किये जो हर किसी के लिए मील के पत्थर साबित हुए। उन्होंने एक कुशल प्रशासक के तौर पर कई महत्वपूर्ण कार्य किये, जिसके लिए लोग आज भी याद करते हैं। गद्दी पर रहते दिल्ली की सीमाओं को सुरक्षित रखा, बल्कि अपने राज्य की कानून व्यवस्था को मजबूत करने का काम किया। इतना ही नहीं पेयजल के लिए नलकूप और कुएं लगवाएं। लोगों को आने जाने में कोई दिक्कत पैदा ना हो सड़कों का बड़े स्तर पर निर्माण करवाया। इतना ही नहीं मुस्लिम हिंदू एकता के लिए कई बड़े काम किया। कला संस्कृति को भी आगे बढ़ाने में सक्षम रही।
- रजिया सुल्तान ने फिर इस शख्स से रचाई थी शादी
रजिया सुल्तान के लिए एक ऐसा भी वक्त आया था, जब वह प्रेम में एक नौकर की दीवानी हो गई थी। उनकी प्रेम कहानी गुलाम जमालुद्दीन याकूत के साथ इतिहास में दर्ज है। रजिया सुल्तान को एक बार अपने ही सलाहकार याकूत से मोहब्बत हो गया था। फिर दोनों की मोहब्बत परवान चढ़ती चली गई। इस प्यार और इश्क का तमाम मुस्लिम राजाओं ने जमकर विरोध किया, लेकिन कहते हैं कि मोहब्बत किसी की दास नहीं होती।
प्यार के सामने राजाओं का विरोध हार गया। उस समय रजिया की सुंदरता का हर कोई कायल था। उनको पाने के लिए हर कोई दिल्ली पर कब्जा करना चाहते थे। इसके चलते अल्तुनिया कई अन्य विद्रोहियों के साथ मिलकर दिल्ली पर धावा बोल दिया। रजिया और भठिंडा के गर्वनर इख्तिअर अल्तुनिया के बीच भीषण युद्ध हुआ, जिसमें हजारों सैनिक मारे गए। इतना ही नहीं रजिया का प्रेमी याकूत भी इस युद्ध में मारा गया। फिर क्या था महिला शासक को भी बंदी बना लिया गया। मरने के डर से रजिया ने अल्तुनिया से शादी रचा ली, जिसके बाद उनके बआई मैजुद्दीन बेहराम शाह ने सिंहासन हथिया लिया।