Chanakya Niti: लालच एक ऐसी चीज है, जो हमें कोई भी गलत काम करने पर मजबूर कर सकता है। लालच के लिए तो आज के समय में कोई किसी की कतल करने को भी तैयार रहता है। हमें बिल्कुल भी समझ नहीं होती कि हम जिस पर आंख बंद करके विश्वास कर रहे हैं, क्या वह हमें धोखा देगा या नहीं? जबकि अक्सर देखा गया है लालच के चलते इंसान अक्सर उन्हीं इंसान को धोखा देता है, जो उसके सबसे ज्यादा करीब होते हैं। वहीं चाणक्य की नीति में लालच को लेकर ही एक नीति समझाई गई है, जिसको अमल करने से आप अपने जीवन को खुशहाल और अपनी परिस्थिति प्रतिकूल होने से बचा सकते हैं।
आचार्य की नीति में बताया गया है कि चलाक महीना पर कभी भी विश्वास नहीं करना चाहिए, यह आपके जीवन को बर्बाद करने में महान भूमिका निभा सकती हैं। आचार्य बताते हैं कि ‘व्यक्ति को बड़े बड़े नाखूनों वाले शेर चीता अन्य जानवर से दूर रहना चाहिए। वरना क्या पता वह आप पर कब झपट के हमला कर दे।
इसके अलावा बड़ी-बड़ी नदियों विशाल पेड़ और अस्त्र-शस्त्र और राजा कुल में संबंधित लोगों या स्त्रियों से अक्सर दूर रहना चाहिए। नदियों के कच्चे पट के किनारे हमें नहीं रहना चाहिए, क्योंकि कब नदिया का किनारा किधर से बहने लगे यह हमें नहीं पता होता। इसीलिए नदिया किनारे जो भी रहते हैं, उनका घर हमेशा उजड़ता रहता है।
आचार्य का कहना है कि लालच स्वभाव की महिला पर कभी विश्वास नहीं करना चाहिए। ऐसी महिला वह अपनी चतुरता और अपनी समझदारी से लालच में आकर समय पड़ने पर आपका ही अनित कर सकती हैं। इसलिए ऐसी स्त्रियों से दूर रहें वहीं राज्य से संबंधित लोगों से भी दूर रहना चाहिए। क्योंकि वह लोग कब राजा का कान भर के आपको राजा की नजर में बुरा बना दें, इसलिए राजा और राज महल के लोगों से अपने संबंध दूर ही रखना चाहिए।