नई दिल्ली। बच्चा चाहे छोटा हो या बड़ा मां-बाप को अपने बच्चों की चिंता हमेशा लगी होती है। ऐसे में जब बच्चे धीरे-धीरे बड़े होते हैं, तब उनके मानसिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास भी होता है। मां-बाप को ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे सही समय पर सही मानसिक विकास कर रहे हैं या नहीं। किसी भी बच्चे का विकास मां के गर्भ से ही शुरू हो जाता है, जो प्रक्रिया मरते दम तक चलते रहता है। ऐसे में बात आती है लड़कियों के शारीरिक विकास की तो लड़कियों का यौवन विकास 8 से 13 साल के बीच में शुरू हो जाता है।
ऐसे में इस दौरान माता-पिता को अपने बेटी के साथ हो रहे बदलाव पर उनका खास ध्यान रखना चाहिए। साथ ही उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास का भी ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान बहुत से हार्मोन चेंज होते हैं जो कि 8 से 13 साल के बच्चों के लिए बहुत नया होता है। ऐसे में इस दौरान उन्हें खास देखभाल की जरूरत होती है आइए जानते हैं आप अपने बेटी के साथ हो रहे बदलाव के बारे में क्या जानते हैं और क्या बदलाव होते हैं।
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यौवन अवस्था में जब लड़कियां प्रवेश करती है तब उनके हाथ पैरों के आकार बड़े होने के साथ-साथ वजन भी तेजी से बढ़ता है। लड़कों की तुलना में लड़कियों में ज्यादा फैट जमा होता है। उनके जांघ और पेट पर फैट इकट्ठा हो जाता है। लड़कियों के ब्रेस्ट का विकास होता है और वेजाइनल एरिया पर बाल आना शुरू हो जाता है। आपको बता दें कि जननांगों के आस पास आने वालों को ही प्यूबिक हेयर कहा जाता है।
शुरुआती दौर में लड़कियों के चेहरे पर मुंहासे आते हैं स्कीन पर आने वाले मुहासे का हारमोल चेंज कारण होता है। स्कीन में वसायुक्त ग्रंथियां मौजूद होती है जिन से मेलेनीन निकलता है। स्तन की ग्रंथियों के पास फैट बढ़ने एवं ब्रेस्ट का साइज बढ़ता है। इस उम्र में अगर लड़कियों के वेजाइनल ऐरिया में खुजली या इन्फैक्सन हो रही है तो आपको डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।