नई दिल्ली। शादीशुदा लाइफ आजकल दिन पर दिन काफी ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड होती जा रही है। हर तरफ लड़ाई झगड़े के किस्से हम सुनते रहते हैं। शादी होते ही 2 दिनों बाद ही लड़ाई झगड़ा होने लगता है और तलाक तक की नौबत आ जाती है। वहीं, आचार्य चाणक्य नीति ने अपनी नीति शास्त्र में कई सारी बातें बताई हैं, जो आपके जीवन में काफी काम आ सकती है। उस पर अमल करके हम न केवल अपना जीवन अपना घर परिवार बल्कि पति-पत्नी के आपसी मनमुटाव को भी दूर कर सकते हैं।
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पति की उदासी करें दूर
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पति-पत्नी को एक दूसरे के सुख-दुख का ख्याल चाहिए। चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि पति की सभी चीजों का ध्यान रखना पत्नी का कर्तव्य होता है। पति जब कभी भी उदास हो तो उसे तुरंत मनाना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर रिश्ता खराब हो सकता है। इसलिए, पति की उदासी का कारण पता करें और उसे हर हाल में दूर करने की कोशिश करें। वरना मन ही मन में काफी बातें रह जाती है और जो एक बड़े झगड़े का कारण बन जाती है।
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अपने वैवाहिक जीवन में ना आने दें दरार
आचार्य चाणक्य के अनुसार, एक खुशहाल व वैवाहिक जीवन के लिए पति-पत्नी के बीच प्रेम का होना बहुत जरूरी है। पति-पत्नी के बीच प्यार नहीं होने पर मैरिड लाइफ खराब हो जाती है और परिवार सूखे पत्तों की तरह भीखर जाता है। वैवाहिक जीवन में कभी भी दरार नहीं आने दें।
पत्नी पति के प्रेम की चाहत को करें पूरा
अच्छा यह होता है कि पत्नी अपने कामों में अपनी जिम्मेदारी में इतना व्यस्त होती हैं कि अपने निजी जीवन में ध्यान ही नहीं दे पाती। वहीं, पत्नी को हमेशा पति के प्रति प्रेम जाहिर करनी चाहिए और पत्नी को अपने पति के प्रेम की चाहत को पूरा करना चाहिए। पति-पत्नी के बीच प्रेम नहीं होने पर लड़ाई झगड़े होते हैं। उस दिन पर दिन झगड़े तलाक का रुख मोड़ लेते हैं तो समझदारी इसी में है कि आप अपने रिश्तो को संभाल कर रखें और एक दूसरे को प्यार और सम्मान दें।