नई दिल्ली -पीपल का पेड़ भारत में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एवं आयुर्वेदिक दोनों लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। पीपल का पेड़ एक प्रभावी औषधि भी है जो 24 घंटे ऑक्सीजन देने के अलावा स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं और रोगों का निदान करता है। पीपल खासतौर पर बालतोड़ या दूसरे स्किन डिजीज के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। आइए जानते हैं कि पीपल के पेड़ के किस हिस्से के प्रयोग से आप फोड़े, फुंसी या बालतोड़ का निदान कर सकते हैं।
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बालतोड़ और फोड़े फुंसियों के लिए ऐसे करें पीपल का इस्तेमाल
पीपल के पेड़ से निकलने वाले दूध से बालतोड़ का से राहत मिल सकता है।
पीपल की छाल को पानी में घिसकर फोड़े फुंसी में लगाने से भी काफी आराम मिलता है। इसलिए अगर आप बाल तोड़ या फोड़े पर उनकी जड़ से खत्म करने के लिए पीपल के छाल को पानी में घिसकर लगा सकते हैं। इससे आपको फोड़े फुंसी से राहत मिलेगी।
चर्म रोग से भी मिलेगा आराम
बालतोड़ या फोड़े, फुंसी के अलावा पीपल चर्म रोग के लिए भी बहुत बेहतरीन औषधि है। इसके लिए 20 ग्राम पीपल की छाल को कूट पीसकर 200 ग्राम पानी में उबालकर रखलें जब यह पानी उबालकर एक चौथाई हो जाए तो उसे छानलें और रोज सुबह पिएं।