नई दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त (Sanjay Dutt) के पिता सुनील दत्त (Sunil Dutt) बॉलीवुड इंडस्ट्री के बेहतरीन कलाकारों में शुमार रहे हैं। उनकी अदाकारी का हर कोई लोहा मानता था। उन्होंने अपने करियर में काफी फिल्मों में काम किया और अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनकी फिल्में दर्शकों को काफी पसंद आती थी। उन्होंने नाम के साथ-साथ दौलत भी काफी कमाई। वह इंडस्ट्री के काफी रईस अभिनेताओं में गिने गए।
लेकिन उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था। जब उन्हें अपनी कार बेचनी पड़ी। अपना घर गिरवी रखना पड़ा और उनके ऊपर लाखों रुपए का कर्ज हो गया। ऐसे में आज हम आपको सुनील दत्त से जुड़ा हुआ यह बेहद दिलचस्प किस्सा बताने वाले हैं। दरअसल यह सब सुनील दत्त (Sunil Dutt) के उस फैसले की वजह से हुआ था। अगर वह फिल्म रेशमा और शेरा को फिर से शूट करने का डिसीजन नहीं लेते।
यह फिल्म वर्ष 1971 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को सुनील दत्त ने प्रोड्यूस किया था। इस फिल्म में वह खुद मुख्य किरदार में थे। लेकिन शूटिंग के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे सुनील दत्त ने फिल्म की शूटिंग दोबारा करने का फैसला किया और यही उनके लिए घातक कदम साबित हुआ। इन दोनों ही फिल्म को पहले सुखदेव द्वारा डायरेक्ट किया जा रहा था।
लेकिन सुनील दत्त को उनका काम अच्छा नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने खुद डायरेक्शन करने की सोची और फिल्म को फिर से शूट करने का फैसला किया गया। यह फिल्म 2 महीने मैं पूरी हुई जब तक फिल्म पूरी हुई उस दौरान सुनील दत्त 60 लाख के कर्जे में चले गए थे।
इतना ही नहीं जब यह फिल्म रिलीज हुई तो दोनों ही फिल्में फ्लॉप हुई। लोगों ने सुनील दत्त से अपने पैसे मांगे और उन्हें अपना मकान गिरवी रख कर और कारे बेचकर लोगों के पैसे देने पड़े। बाद में उन्होंने फिर से पैसा कमा लिया।