नई दिल्ली: आज के दौर में कई लोगों की बात करें तो एक से अधिक बैंक अकाउंट मौजूद होता है। कुछ अकाउंट पहले लोग खुलवाते हैं तो कुछ बाद में विचार के बाद खुलवाना शुरु करते हैं।
ढेर सारे अकाउंट को एक साथ ऑपरेट करने को लेकर बात करें तो खास नहीं माना जा रहा है। सैलरी अकाउंट में अगर तीन महीने तक सैलरी न आने जा रही है।, तो वो भी सेविंग्स अकाउंट में परिवर्तन किया आसान रहता है। ऐसे में उन अकाउंट्स को बंद करने के बाद फायदा मिल जाता है। जिसको लेकर आप बिल्कुल भी उपयोग नहीं करने वाले हैं।
स्टेटमेट निकालने का मिलेगा फायदा
सेविंग खाते को बंद करने के पहले अपना पूरा स्टेटमेंट जरुर निकाला जा सकता है। आप चाहें तो इसका प्रिंटआउट निकालने के अलावा इसको डाउनलोड करने के बाद भी रखा जा सकता है। अगर उस अकाउंट का इस्तेमाल लोन की ईएमआई चुकाने के साथ कोई और अन्य चीज मे किया जा रहा है। तो भविष्य में आपको इसके स्टेटमेंट की जरुरत पड़ना शुरु हो जाती है।
नौकरीपेशा लोगों को अपने पीएफ अकाउंट की बात करें तो बैंक अकाउंट को लिंक करने के बाद फायदा मिल जाता है। लेकिन कई बार लोगों को ये याद नहीं कर रहा है कि किस अकाउंट को लिंक किया गया है। इसलिए जब भी आप अपना अकाउंट बंद करवाने जा रहे हैं कि तो आपको खुद से चेक करना होता है किि कहीं आपका वो अकाउंट ईपीएफओ या इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अकाउंट से लिंक तो नहीं करवाया गया है।
क्लोजर चार्ज के बारे में जानें
आमतौर पर सेविंग्स अकाउंट खुलवाने को लेकर 10 दिनों के अंदर और एक साल से पुराना खाता बंद करवाना है तो कुछ भी चार्ज नहीं लिया जा रहा है। +14 दिन से लेकर 1 साल की अवधि के दौरान अकाउंट बंद करवा रहे हैं तो आपको क्लोजर चार्ज देना होता है।