नई दिल्ली: देश में लाखों करोड़ों लोगों पीएफ अकाउंट धारक हैं, जिसे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation) मेनेज करता है। ऐसे में अगर आप भी एक सैलरी कर्मचारी हैं तो आपके लिए यह जरूरी खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation) करोड़ों लोगों को सावधान किया है। आप को बता दें इस समय साइबर अपराध तेजी से बढ़ते रहे हैं, ऐसे में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने बड़ी चिंता जताई है। और लोगों को सावधान किया है।
दरअसल आप को बता दें कि ईपीएफ सैलरी कर्मचारी के कटने वाले पैसे को मैनेज करता है। इसी के मद्देनजर, अपने सदस्यों को साइबर अपराध को लेकर सतर्क किया है। जिससे कर्मचारी अलर्ट हो जाएं नहीं तो आप का बैंक खाता खाली हो सकता है। ऑनलाइन फ्रॉड से कई लोगों के बैंक खातो में चूना लगा गया है।
Top 5 Phone: India’s most popular and best-selling smartphone, the cheapest mobile, is Rs 8,999.
boAt Storm Call 3: Affordable Smartwatch Packed with Premium Features
ईपीएफओ ने बताया है कि पीएफ अकाउंट के नाम पर कई धोखाधड़ी (Fraud in PF Account) के मामले सामने आ चुके हैं। धोखाधड़ी करने वाले फोन और मैसेज से ईपीएफओ (EPFO News) के नाम पर लोगों की पर्सनल जानकारी मांग रहे हैं और फ्रॉड का शिकार बना रहे हैं। ऐसे में ईपीएफओ ने सलाह दे है कि पहले सावधान हो जाएं।
ईपीएफओ ने ट्वीट कर दी ये बड़ी जानकारी
ईपीएफओ ने ट्वीट पर जानकारी दी अगर आपके पास भी ईपीएफओ की ओर से मैसेज या कॉल आता है तो सतर्क हो जाइए, क्योंकि यह धोखाधड़ी के उद्देश्य से भी हो सकता है। जिसमें आप पैन नंबर, आधार कार्ड, यूएएन और पासवर्ड की जानकारी न दें। बैंक अकाउंट नंबर, ओटीपी और पर्सनल जानकारी भी नहीं मांगता है। इसके अलावा, ऐसी चीजों को व्हाट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर करने के लिए भी नहीं कहता है। ईपीएफओ ने आगे कहा कि इस तरह के मैसेज का उत्तर न दें।
गौरतलब है कि, रिटायमेंट के बाद में हर किसी को पैसी की आस रहती है, जिससे रिटायमेंट प्लानिंग से पहले लोगों के लिए ईपीएफओ बड़ा काम करता है। ईपीएफओ कर्मचारियों के रिटायरमेंट के लिए फंड जमा करता है। इसके तहत कंपनी और कर्मचारी दोनों की ओर से पैसा जमा किया जाता है। ईपीएफ अकाउंट के तहत कर्मचारियों के बेसिक सैलरी से 12 फीसदी राशि और उतनी ही रकम कंपनी की तरफ से काटा जाता है। हर महीने जमा इस राशि पर सालाना 8.1 फीसदी का ब्याज दिया जाता है। वही जब रिटायमेंट की उम्र पूरी होती है, कर्मचारियों के राशि का पेमेंट कर दिया जाता है।