नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की तरफ से पीएफ अकाउंट होल्डर वाले खाते की बात करें तो ब्याज की रकम जमा करना शुरु कर दी गई है। यह जानकारी संसद में भारत सरकार की तरफ से दी गई है।
लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर की बात करें तो केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने सोमवार को जानकारी दिया है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की तरफ से जुड़े होने वाले 98% अन्नदाता कंपनियों के सदस्यों की बात करें तो खाते में वित्तीय वर्ष 2021-22 का ब्याज देखा जाए तो 6 मार्च 2023 तक जमा किया जा चुका है। कई संसद सदस्य और कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि लंबे समय से ब्याज जमा नहीं होने को लेकर मुद्दा उठाने का प्रयास कर रहे हैं।
सरकार की तरफ से वित्त वर्ष के दौरान बात की जाए तो 2021-22 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर 8.1 प्रतिशत तक पहुंचना शुरु हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दिया है कि ईपीएफ खातों में ब्याज जमा करना की बात करें तो ये एक शानदार प्रक्रिया होती है और नया साफ्टवेयर लागू होने के बाद निर्धारित तरीके के साथ जमा करना काफी अहम मान जा रहा है। उन्होंने बताया है कि टीडीएस से जुड़े होने वाले नियमों की बात करें तो कारण ब्याज जमा करने वाली प्रक्रिया की बात करें तो ये काफी धीमी होना शुरु हो गई है।