नई दिल्ली; बाजार की तरफ से जानकारी मिली है कि सस्ते आयातित तेल से देश का बाजार अटका पड़ा रहता है। और अगर यही हालत बनी रहती है तो देश में बात की जाए तो पैदावार वाले सोयाबीन और आगामी सरसों की फसल कैसे भी कपने में परेशानी हो सकती है।. यह स्थिति देश के लिए तेल और तिलहन उत्पादन को लेकर विश्वास बढ़ाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है।
आधे हो चुके हैं सुरजमुखी वाली तेल की कीमत
जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों की बात करें तो कोटा प्रणाली के अनुसार शुल्क मुक्त Import का आर्डर मिलना शुरु हो जाता है। उसमें सूरजमुखी और सोयाबीन Oil की कीमत कम होने के बाद ₹100 प्रति लीटर पर पहुंच चुका है। 6 महीने पहले जिस सूरजमुखी तेल की कीमत की बात करें तो ₹200 प्रति लीटर पर पहुंच गया था। वह कम होने के बाद लगभग ₹100 प्रति लीटर पर पहुंच गया है।
सरसों और सोयाबीन के तेल के दाम में हुई गिरावट
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि सरसों में लगभग 40 से 42% तेल निकाला जा रहा है। सस्ते आयातित तेलों से बाजार पटाने जा रहा है तो इस बार सरसों के लगभग 125 लाख Ton की खपत होने भी थोड़ी दिक्कत हो सकती है। यह एक विडंबना का विषय भी बनना शुरु हो गया है।
जो देश खाद्य तेलों की अपनी जरूरत के अनुसार भी काफी दिक्कत वाला माना जा रहा था। व देशी तेल तिलहन के Stock बाजार में खपे नहीं मौजूद नहीं हो गया है। दूसरी तरफ तेल कीमत सस्ती होने के बाद खल की कीमत महंगी होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
सरसों और सोयाबीन तिलहन का बचा रहता है स्टाॅक
निर्धारण से निष्प्रभावी हो गई सूत्रों की तरफ से जानकारी मिली है कि कि मौजूदा वर्ष में सरकार ने सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात करें तो इसके पहले ₹5000 प्रति क्विंटल से बढ़ाने के बाद ₹400 प्रति क्विंटल किया जा चुका है। सस्ते आयातित तेलों का मौजूदा हाल बना जा चुका है तो सरसों की खपत नहीं होने जा रही है।
₹13000 प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है तेल
पिछले सप्ताह सरसों दाने की बात करें तो Rate में ₹50 की गिरावट होने के साथ देखा जाए तो 6520 की जगह ₹6570 प्रति क्विंटल पर बंद हो चुका है। सरसों दादरी तेल भी समीक्षाधीन सप्ताह की आखिर में बात की जाए तो ₹300 की नुकसान के साथ ₹13000 प्रति क्विंटल पर बंद होना शुरु हो गया है। वहीं पर कच्चे तेल की कीमतें ₹50 तक कम होने के बाद र₹2105 से 2035 रुपए प्रति किलो पर पहुंचकर बन्द हो गया है।
सोयाबीन के दाम ₹70 प्रति क्विंटल तक हो चुकी है गिरावट
पिछले हफ्ते सोयाबीन का भाव भी ₹70 टूटकर 5510 तक कम हो चुका है। जबकि पहले 5580 क्विंटल प्रति क्विंटल पर पहुंच चुका है। जबकि सोयाबीन लूज का थोक भाव ₹55 की गिरावट करने के बाद 5240 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचने के बाद बन्द हो गया था।