नई दिल्ली: कोरोना काल के बाद में देश की इकॉनमी पटरी पर आ रही है। वही ये साल 2022 जल्द ही खत्म होने वाला है। अगले साल के फरवरी में आम बजट 2023 पेश होने वाला है। जिससे देशवासियों को काफी उम्मीदें है। 1 फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Nirmala Sitharaman) संसद में देश का आम बजट पेश करेंगी। हर बार की तरह इस बार के बजट से भी सबसे ज्यादा उम्मीद किसान और नौकरीपेशा को है। जिससे बताया जा रहा है कि लोगों को काफी उम्मीद है।
आप को बता दें कि कोरोना काल के बाद में देश में लोगों के काफी संकट भरा समय रहा है, जिससे लोग नए साल में पेश होने वाले आम बजट में काफी उम्मीदें हैं।नौकरीपेशा की तरफ से लंबे समय से टैक्स स्लैब में राहत देने के साथ और भी कई मांगें की जा रही हैं। आइए जानते हैं इस बार सरकार आम बजट में क्या सौगात दे सकती है।
टैक्स स्लैब में बदलाव की मांग
आम बजट 2023 में नौकरीपेशा के लिए कोई प्रकार की उम्मीद है। वही डेलॉयट की पार्टनर तापती घोष बताती है, कि सैलरीड क्लॉस टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद कर रहा है, जिससे
- 20 लाख से ज्यादा की इनकम पर 25 प्रतिशत टैक्स की मांग की जा रही है।
- इसी तरह 10 से 20 लाख की इनकम पर टैक्स 20 प्रतिशत किये जाने की मांग है।
- मौजूदा टैक्स स्लैब में 2।5 लाख रुपये तक टैक्स नहीं लगता है।
- वही 2.5 से 5 लाख तक 5 प्रतिशत, 5 से 7.5 लाख तक 20 प्रतिशत टैक्स
- इसी तरह 7.5 लाख से 10 लाख तक 20 प्रतिशत टैक्स है।
80C की लिमिट में बदलाव की मांग
खबरों में बताया जा रहा है कि आम बजट 2023 में वित्त मंत्री की तरफ से सेक्शन 80C के तहत निवेश की सीमा को भी बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल यह लिमिट डेढ़ लाख रुपये है। 1 फरवरी 2023 को बजट पेश होने के दौरान इसे बढ़ाकर दो लाख रुपये तक किया जा सकता है।
Public Provident Fund में हो सकती है 3 लाख की सीमा
वही सेविंग करने वाले लोगों के लिए Public Provident Fund में निवेश करने की सीमा बढ़ने जा रही है। दरअसल, प्री-बजट में सरकार को सौंपे गए ज्ञापन में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने मांग की है कि PPF में निवेश की सीमा को 1।5 लाख रुपये की मौजूदा सीमा से बढ़ाकर 3 लाख रुपये प्रति वर्ष किया जाना चाहिए।