नई दिल्ली: Post Office and Bank RD Interest Rates: आज के समय लोग भविष्य के लिए पैसा निवेश करते हैं। इसके लिए अलग-अलग जगह निवेश करते हैं। जैस कई लोग बैंक की स्कीम में निवेश करते हैं तो कुछ पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश करते हैं। अब मान लीजिए कि आप बैंक या पोस्ट ऑफिस के आरडी प्लान में निवेश करते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि किस प्लान में निवेश करना सही रहेगा। यानी किस प्लान में ज्यादा फायदा मिलेगा।
वैसे अगर आपको निवेश करना है तो ऐसे प्लान में निवेश करना चाहिए, जिसमें ब्याज दर ज्यादा हो, क्योंकि ब्याज दर ज्यादा होगी तो ज्यादा रिटर्न मिलेगा यानी ज्यादा मुनाफा मिलेगा। अब हम यहां पर पोस्ट ऑफिस आरडी और बैंक आरडी में अंतर बता रहे हैं। आप यह अंतर देखकर समझ सकते हैं कि किसमें पैसा लगाना चाहिए।
पोस्ट में पैसा सीधे जमा करके या चेक के जरिए जमा करके आरडी खाता खुलवाया जा सकता है। आप जितना चाहे उतना आरडी खाता पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हैं। हालांकि बैंक में भी इसी तरह की सुविधाएं दी जाती हैं।
आप देश के किसी भी बैंक में आरडी खाता खोल सकते हैं। यह आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खोल सकते हैं। आप बैंक में 10 से ज्यादा आरडी खाता खोल सकते हैं। इसमें कम से कम 100 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है।
वहीं आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस के आरडी खाते का ब्याज हर तीन महीने में बदल सकता है। सरकार हर तीन महीने में रेट के बारे में बताती है और इसी रेट के अनुसार रिटर्न मिलता है। अगर रेट नहीं बदलता है तो उसी रेट पर पोस्ट ऑफिस रिटर्न देता है। मौजूदा समय ब्याज दर जितनी होती है उसी अनुसार आरडी खाते में ब्याज का पैसा मिलता है।
कितना मिल रहा है पोस्ट ऑफिस आरडी पर ब्याज
पोस्ट ऑफिस की रेकरिंग डिपॉजिट पर फ़िलहाल 5.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है। यह ब्याज दर 5 साल अवधि वाली आरडी प्लान के लिए रखी गई है। बता दें कि पोस्ट ऑफिस में किसी भी आरडी खाते की समय सीमा कम से कम 5 साल की होती है। उससे कम दिन के लिए पोस्ट ऑफिस में आरडी खाता नहीं खोल सकते।
जब भी आप पोस्ट ऑफिस आरडी खाता खोलते हैं तो 5 साल वाली अवधि के लिए करीब 60 किस्तें जमा करनी होती हैं। पहली क़िस्त खाता खोलते समय दी जाती है। इसके बाद बाकी की क़िस्त है महीने तय की तिथि के पहले की जानी चाहिए।
जैसे महीने की पहली और 15 तारीख के बीचखोले गए खाते में अगले महीने महीने की 15 तारीख से पहले मासिक किस्त जमा करनी होती है। वहीं महीने की 15 तारीख से पहले खोले गए खाते में महीने की 16 तारीख और आखिरी दिन के बीच किस्त जमा करनी होती है। आप यह पैसा कैश में या चेक के द्वारा जमा कर सकते हैं।
क्या है पोस्ट ऑफिस आरडी और बैंक आरडी में अंतर
बैंक आरडी की बात करें तो बैंक में आरडी खाता खोलते समय जो ब्याज दर तय की जाती है, पूरी स्कीम में वही ब्याज मिलता है। भविष्य में ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया जाता है। अब अगर आप आरडी में एक फिक्स कमाई करना चाहते हैं तो आपके लिए बैंक आरडी सही रहेगी।
पोस्ट ऑफिस में ब्याज दर में बदलाव होता रहता है। सरकार हर तीन महीने में बदलाव करती रहती है। अब अगर आप महंगाई को देखते हुए आरडी से पैसा कामना चाहते हैं पोस्ट ऑफिस की आरडी सही रहेगी, क्योंकि सरकार महंगाई दर को देखते हुए हर तिमाही छोटी बचत की योजनाओं की दरें बदलती हैं। इस हिसाब से पोस्ट ऑफिस की आरडी सही रहेगी।
वहीं आरडी में पैसे जमा करने से लेकर मैच्योरिटी पर निकालने के लिए बैंक आरडी को ज्यादा सही माना जाता है।
देखिए किस स्कीम में मिलेगा ज्यादा फायदा
उदाहरण के लिए स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) की आरडी के बारे में जान सकते हैं।
एसबीआई (SBI) का रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट कम से कम रुपये में खोला जा सकता है। इसमें 100 रुपये और उसके मल्टीपल में पैसा जमा किए जा सकते हैं। हालांकि अधिकतम जमा करने के लिए कोई सीमा नहीं है।
आरडी खाता न्यूनतम 12 महीने से लेकर 120 महीने तक के लिए ऑनलाइन खोला जा सकता है।
एसबीआई ग्राहकों को अपने आरडी खातों में उपलब्ध बैलेंस के 90 फीसदी तक लोन लेने की सुविधा देता है।
आरडी अकाउंट पर नॉमिनेशन की सुविधा उपलब्ध है। एसबीआई अकाउंट खोलने पर पासबुक भी जारी करेगा।
1 करोड़ रुपये से कम के आवर्ती जमा खातों के लिए ब्याज दर 5.25 फीसदी से 7.25 फीसदी के बीच है।
एसबीआई रेकरिंग डिपॉजिट के लिए 1 करोड़ से 50 करोड़ की जमा राशि पर ब्याज दर 4.00 फीसदी से 6.75 फीसदी तक देता है। इस हिसाब से पोस्ट ऑफिस की आरडी से अधिक बैंक आरडी में कमाई कर सकते हैं।