नई दिल्ली: Two-Wheeler Insurance Policy. देश में कारों के मुकाबले दोपहिया वाहन (Two Wheeler) में बाइक और स्कूटर की सेल्स ज्यादा होती है। लाखों लोग हर रोज अपने लिए बाइक और स्कूटर की खरीदारी करते हैं। ऐसे में कई बातें हैं जो आप को ध्यान में रखना चाहिए।
आप को बता दें कि गाड़ियों को खरीदने पर सरकार ने ऐसे कई जरुरी नियम बनाए हैं जिनका गाड़ियों को खरीदने पर पालन करना होता है। इससे आपको कानूनी प्रकिया को पूरा करने और किसी सड़क दुर्घटना में होने वाले वित्तीय नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलती है। इससे आप मोटर व्हीकल एक्ट का पालन कर पाते है।
यदि अगर आपके पास दोपहिया वाहन (Two Wheeler) है या फिर नया खरीदने वाले हैं तो एक अच्छा इंश्योरेंस प्लान (Insurance Policy) जरूर ले लेना चाहिए। इससे आपको भविष्य में कई तरह के फायदे मिलते है। तो वही गाड़ियों के इंश्योरेंस प्लान (Insurance Policy) जिसमें ऐसी कई तकनीक बातें होती हैं।
आपको दोपहिया वाहन यानी टू व्हीलर (Bike) लेने के साथ ही इंश्योरेंस किसी अच्छी कंपनी से ले लेना चाहिए। यह आपकी और आपकी बाइक की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। कुछ दोपहिया वाहन चालक अपनी जरूरतों के हिसाब इंश्योरेंस को ही खरीदें। जैसे की फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस और थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस
जानिए क्या है फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस
फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस की कीमत थर्ड पार्टी इंश्योरेंस से थोड़ी अधिक होती है। वही इसके कई तरह ले फायदे भी हैं। इसमें वाहन के चोरी होने, किसी आपदा में क्षतिग्रस्त होने और एक्सिडेंट होने पर बीमा कवर पूरा मिल जाता है। जिससे आर्थिक नुकसान कम हो जाता है।
जानिए क्या है थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस
थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस के मुकाबले सस्ता होता है। इसमें केवल थर्ड पार्टी को होने वाले नुकसान की भरपाई की जाती है। इसमें आपके वाहन को होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं की जाती है।