Jyotish shastra: ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह के बारे में खास बातें बताई गई है। ऐसा माना जाता है कि अगर शनि ग्रह का उदय या अस्त होता है तो उसका बहुत प्रभाव होता है। और ऐसा माना जाता है कि शनि के उदय या अस्त होने से सभी 12 राशि के जातकों के जीवन में हलचल मच जाती है।
इस बार भी शनि देवता कुंभ राशि में अस्त होने वालें हैं।ज्योतिषविदों का कहना कै कि शनि के इस राशि परिवर्तन से 3 राशियों की जीवन में संकट के बादल छाने जा रहे हैं। ऐसे में जानकारों ने इन तीन राशी के जातकों के लिए कुछ ख़ास उपाय बताए हैं। जिन्हें करने से उनके ऊपर से संजय के बादल हट सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में
नौकरी या कारोबार में उत्पन होगी समस्या
वृश्चिक राशि: इस राशि का स्वामी मंगल है। ज्योतिष शास्त्र में मंगल और शनि में शत्रुता का भाव माना गया है।ऐसे में शनि ग्रह के गोचर होने से आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। जानकर कह रहें हैं कि इस राशि के जातकों के लिए रुपया पैसा मिलने में काफ़ी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही नौकरी में भी काफ़ी समस्या देखने को मिल सकता है। इस राशि के जातक मानसिक तनाव से ग्रसित रहेंगे। इसके साथ ही परिवार में भी कलह की स्थिति उत्पन हो सकती है।
दाम्पत्य जीवन में फैल जाएगी निराशा
सिंह राशि: इस राशि के जातकों के लिए भी शनि का अस्त होना काफी सारे समस्यों को लेकर आ रहा है। इस राशि के जातकों को आर्थिक मोर्चे पर समस्या का सामना करना पड़ सकता है।पार्टनरशिप से जुड़े कार्यों में नुकसान झेलना पड़ सकता है। सोच-समझकर निवेश करें और फिजूलखर्ची पर कंट्रोल करें। ऐसा कहा जा रह है कि जब तक शनि ग्रह का प्रभाव रहें तब तक आप कोई नई नौकरी की शुरुआत नहीं करें और ना ही किसी तरह के व्यापार की शुरुआत करें। इस समय आपकों नुकसान उठाना पड़ सकता है।
स्वास्थ में आ सकती है दिक्कतें
कर्क राशि: जानकारों के मुताबिक इस राशि वालों के लिए भी आने वाला समय काफी कठिन साबित हो सकता है। उनके लिए मुसीबत बढ़ने वाली है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस राशि के जातक के लिए ये समय बहुत भारी पड़ने वाला है। इस राशि के जातकों को सबसे अधीक स्वास्थ संबंधी समस्या देखने को मिल सकता है।
कर लें ये उपाय
आज हम आपकों कुछ ऐसे उपाय के बारे में बता रहें हैं। जिन्हें करने से आपकी सारी परेशानी और विप्पति दूर हो सकती है। अगर आप सेहत से जुड़ी दिक्कतें झेल रहे हैं तो शनिवार के दिन मछलियों को दाना डालें और साथ ही बीज मंत्र ‘ऊं प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ का जाप करें. ऐसा करने से आपकी समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
डिस्क्लेमर: ऊपर लिखी गईं तमाम बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। हम इनमें से किसी भी बात की सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।