Astrology Tips: हिंदू धर्म में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक कुछ कार्यों को शास्त्रों और परंपराओं के आधार पर महत्व दिया जाता है। इन कार्यों का पालन करने से धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व माना जाता है। वैदिक और तांत्रिक शास्त्रों में सूर्यास्त के बाद वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा की बात की जाती है और इसलिए कुछ कार्यों को शाम के समय नहीं किया जाता है। सूर्यास्त के बाद शास्त्रों और परंपराओं में कुछ कामों को अशुभ माना जाता है। इन कामों को सूर्यास्त के समय न करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इनके प्रभाव से नकारात्मक ऊर्जा का विस्तार हो सकता है और अशुभ फल प्राप्त हो सकता है। इन चीजों को सूर्यास्त के समय भूलकर भी न करें :
झाड़ू लगाना: शास्त्रों में कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाना नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकता है। इसलिए इस कार्य को शाम के समय नहीं किया जाना सुझाया जाता है। वास्तु शास्त्र में झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह कहा जाता है कि घर की सफाई और झाड़ू से गंदगी को हटाने के द्वारा मां लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में धन और समृद्धि की वृद्धि होती है। शास्त्रों के अनुसार, शाम के समय घर की सफाई नहीं करनी चाहिए। यह मान्यता है कि सूर्यास्त के बाद वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा होती है और इस समय झाड़ू के द्वारा गंदगी को हटाने से मां लक्ष्मी नाराज़ होती है। इसलिए, वास्तु शास्त्र के अनुसार, शाम के समय घर की सफाई न करें और झाड़ू न लगाएं।
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चौखट पर न बैठना: कुछ शास्त्रों और परंपराओं में यह उल्लेखित है कि सूर्यास्त के बाद चौखट पर बैठना अशुभ माना जाता है। इसका कारण है कि इस समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक हो सकता है।
हल्दी न दें : वास्तु शास्त्र में यह उल्लेख किया जाता है कि सूर्यास्त के बाद हल्दी देने से गुरु नाराज हो जाते हैं और इसके परिणामस्वरूप आर्थिक स्थिति पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है। गुरु को धन, संपत्ति, विद्या, वृद्धि और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। इस परंपरा के अनुसार, सूर्यास्त के बाद हल्दी देने से गुरु नाराज हो जाते हैं और इसके कारण आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।